बिहार के जर्दालू आम के फैन हुए पीएम नरेंद्र मोदी, इंग्लैंड के प्रधानमंत्री ने भी चखा स्वाद

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को गुजरात के केसर आम (Gujrat Kesar Mango) से अधिक अच्छा भागलपुर का जर्दालू आम (Bihar jardalu Mango) लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जर्दालू की मिठास पसंद आई। शनिवार को गांधी मैदान के ज्ञान भवन में दो दिवसीय आम महोत्सव प्रतियोगिता (Mango Festival Competition) के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने यह जानकारी दी। कृषि मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि गुजरात के केसर आम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पसंद करते हैं, लेकिन जब से पीएम ने बिहार के जर्दालू (Bihar Jardalu Mango) का स्वाद चखा है, तब से उनके पसंदीदा आम की लिस्ट में जर्दालू ने भी जगह बना ली है। बिहार (Bihar) का जर्दालू आम (Jaralu Mnago) इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बोटिंस जानसर (Prime Minister Botins Jansar) को भी रास आया है।

Bihar jardalu Mango

भागलपुर के जर्दालु आम को मिल चुका है जीआई टैग

बता दें कि साल 2018 में भागलपुर के जर्दालु आम को जीआई टैग (Bhagalpur Jardalu Mangro GI Tag) प्राप्त हो चुका है। बिहार में 1.60 लाख हेक्टेयर भूखंड में आम के बगीचे हैं। लगभग 15.50 लाख टन आम उत्पादित होता है। इस साल एपीडा के मदद से बहरीन, इंग्लैंड और बेल्जियम जैसे देशों में भागलपुर से साढ़े चार टन जैविक जर्दालु आम निर्यात किया गया है। कृषि मंत्री ने जानकारी दी कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों के उद्यमियों एवं किसान के लगभग 2,558 प्रदर्शनी लगी हुई है। बिहार कृषि विश्वविद्यालय व सरकारी कृषि संस्थाओं ने भी अपना प्रदर्शनी लगाया है।

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कृषि सचिव डा. एन सरवण कहते हैं कि मध्यकालीन किस्म लंगड़ा, दशहरी, कृष्णभोग, देर से पकने वाली प्रजाति में सीपिया, फजली, चौसा, मुकुल तथा संकर किस्त मल्लिका, आम्रपाली, सिंधु, अम्बिका, पूसा अरुणिमा, महमूद बहार, बीजू, प्रभा शंकर आम की किस्म के अतिरिक्त आम के अलग-अलग मूल्यवर्धित प्रसंस्कृत उत्पाद को प्राप्त हो रहे हैं।

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उद्यान निदेशक नंदकिशोर ने कहा कि महोत्सव को खास बनाने के लिए आम खाओ प्रतियोगिता, आम फैन्सी ड्रेस कंपटीशन एवं नक्काशी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। नई प्रजातियों एवं टेक्नोलॉजी के साथ ही आम के निर्यात व संवर्धन के बारे में आम लोगों और किसानों को जानकारी देने के लिए खासकर बच्चों एवं युवाओं के लिए हर साल उद्यान निदेशालय ऐसे कार्यक्रम का आयोजन करता रहा है।