एफआईआर दर्ज होने के बाद कंगना ने वाइन पीते शेयर किया बोल्ड फोटो, लिखा- गिरफ्तारी का इंतजार कर रही हूं

जब से मोदी सरकार ने कृषि कानूनों को वापस लेने के एलान किया है, कंगना आंदोलनरत किसानों पर भड़की हुई हैं। बीती दिनों उन्होंने किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से की थी। इसके बाद देश के कई हिस्सों मे कंगना पर एफआईआर दर्ज कराए गए। सिख समुदाय के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी के कारण महाराष्ट्र पुलिस ने कंगना के खिलाफ FIR दर्ज की है। बुधवार को कंगना ने अपनी इंस्टा स्टोरी के जरिए खुद यह जानकारी साझा की है कि उनके खिलाफ आज भी एक एफआईआर दर्ज हुई है। हालांकि कंगना अपने खिलाफ दर्ज FIR से बेहद ही बेफिक्र नज़र आ रही हैं।

कंगना

कंगना ने अपनी इंस्टा स्टोरी मे अपनी एक बेहद बोल्ड तस्वीर साझा की है, जिसमें काले रंग के बोल्ड ड्रेस मे नज़र आ रही है, उनका ड्रेस जितना बोल्ड है, उतना ही उनका अंदाज भी बोल्ड नज़र आ रहा है। वे अपने हाथ में वाइन का ग्लास लिए हुए नज़र आ रही हैं। इस तस्वीर को साझा करते हुए उन्होंने लिखा है कि ” एक और दिन, एक और एफआईआर… अगर वे मुझे गिरफ्तार करने आते हैं… मेरा मूड फिलहाल घर पर कुछ ऐसा ही है”। फोटो में कंगना काफी चिल मूड में नज़र आ रही है।

कहा लिखा था कंगना ने

कंगना

किसान मुद्दे की बात पर अपनी राय जाहिर करते हुए कंगना ने होने फेसबुक अकाउंट से लिखा था था ‘खालिस्तानी आतंकवादी आज भले ही सरकार का हाथ मरोड़ रही हो, लेकिन उस महिला (इंदिरा गांधी) को नहीं भूलना चाहिए, जिसने अपनी जूती के नीचे इन्हें कुचल दिया था, लेकिन अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल दिया, मगर देश के टुकड़े नहीं होने दिए, उनकी मृत्यु के दशको बाद भी, आज भी उसके नाम से कांपते हैं ये, इनको वैसा ही गुरु चाहिए।”

कंगना

मालूम हो एक दिन पूर्व ही कंगना के खिलाफ भोईवाडा पुलिस स्टेशन दादर में IPC के सेक्शन 153, 153A,153B, 504, 505, 505(2) और IT एक्ट 2000 की धारा 79 के तहत उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराया गया था। सिखों के बारे कंगना के बयान से खफा होकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के द्वारा कंगना के खिलाफ देशद्रोह और अपमानजनक टिप्पणी करने के लिए मामला दर्ज कराया गया है।

नाखुश हैं कंगना

कंगना

जब से सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस लिया है, कंगना बेहद निराश हैं। कंगना ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी साझा मे लिखा था, ‘दुखद, शर्मनाक और सरासर गलत… अगर संसद में बैठे लोगों की जगह गलियों में बैठे लोग कानून बनाने लगे तो यह भी एक जिहादी देश है… उन सभी को बधाई जो ऐसा चाहते हैं।’

Manish Kumar