बिहार: शादी के नाम पर चंद रुपयों के लिए बेची जाती हैं बेटियां, अपने ही कर देते है इनका सौदा

कैमूर के पहाड़ी गाँवों मे बेटियों के खरीद फरोख्त का धंधा सरेआम चलाया जा रहा है। यहाँ कई बिचौलिए सक्रिय हैं जो लड़कियों को बेचने का काम करते हैं। बालिग और नाबालिग लड़कियों की खरीद बिक्री की जाती है, ताज्जुब की बात यह है कि लड़कियों को बेचने मे उसके रिश्तेदार गंभीर रूप से शामिल होते हैं, जिसमें कई बार लड़की के माता पिता ही उसके सौदगर होते हैं जो चंद रूपयो के लिए अपनी बेटियों को बेच देते है।

रोहतास अनुमंडल के विभिन्न जगहों पर लड़कियों के सौदा करने का मामला बढ़ता ही जा रहा है, बिचौलिए यहाँ काफी सक्रिय हैं जो शादी का झांसा देकर लड़कियों की खरीद बिक्री करते हैं। एक महीने के अंदर रोहतास प्रखंड से इस तरह के दो मामले प्रकाश मे आए है लेकिन दर्जनों मामले पारिवारिक प्रतिष्ठा तथा लड़कियों के सन्कोच और लज्जा के कारण सामने नहीं आ सके हैं।

ढेलाबाद तथा बंजारी गांव से पिछ्ह्ले दिनों इस तरह के मामले प्रकाश मे आने के बाद वरीय अधिकारी द्वारा इस घटना मे हस्तक्षेप किया गया, जिसके बाद रोहतास थाने मे मामला दर्ज काराया गया है। यह मामला ढेलाबाग़ का है, पीड़िता के बयान पर उसकी माँ, मामा, नाना पर प्राथमिकी दर्ज की गई, अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए खोजबीन जारी है।

एक मामला बंजारी गाँव का ऐसा

वही एक महीने पूर्व ही बंजारी गाँव से भी ऐसा ही मामला सामने आया था, लेकिन सबूत की कमी के चलते अपराधी छूट गया था। बीते माह श्रम अधीक्षक ने सासाराम पुलिस की सहायता से राजस्थान ले जाते हुए एक लड़की को बरामद किया था और स्कोर्पियो के साथ दलाल भी पकड़ा गया था लेकिन सबूत की कमी के चलते अपराधी को दण्डित नहीं किया जा सका। श्रम अधीक्षक ने बंजारी मे इस घटना की छानबीन की और इस सम्बन्ध मे एक प्रतिवेदन डीएम को सौंपा है। ग्रामीण के मुताबिक इस तरह के नेटवर्क शहर के विभिन्न जगहों बंजारी, ढेला बाद, जमुआ, नौहट्टा प्रखंड के सुदूर् गाँवों तथा डेहरी शहरों मे फैला हुआ है।

एक लड़की ने सुनाया अपना आपबीती

इस तरह के मामले कई बार प्रशासनिक उपेक्षा के कारण भी दब जाते है। इस तरह की घटना की शिकार एक अन्य लड़की ने बताया कि साल भार पूर्व उसे भी एक रिश्तेदार द्वारा एक युवक से शादी करा दिया गया, उसे दिल्ली मे एक अधेड के हाथो उसे बेच दिया। लड़की ने आपबीती बताते हुए कहा की उसे माँ बाप से बात करने नहीं दिया जाता था। किसी तरह जब उसके माँ बाप दिल्ली पहुंचे तो वह इस नर्क से आजाद हो सकी, और अब उसकी दुसरी शादी कराई गई है। ज्यादातर मामलो मे यही होता है कि लड़की को शादी के नाम पर दूसरे शहरों मे अधेड उम्र के हाथो बेच दिया जाता है।

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Manish Kumar

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