बिहार के पूर्व डीजीपी और जदयू नेता गुप्तेश्वर पांडेय इन दिनों नए अंदाज़ में दिख रहे हैं। जी हां, एक समय पर खाकी वर्दी पहनने वाले गुप्तेश्वर पांडेय आजकल गेरुवा वस्त्र धारण कर प्रवचन देने में, मठ-मंदिरों और धार्मिक सत्संग में अपना मन लगा रहे हैं। आपको बतादें कि बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले और डीजीपी कार्यकाल में रहते हुए उन्होंने नौकरी से त्यागपत्र ले लिया था। जिसके बाद उन्होंने राजनीति में एंट्री ली और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पार्टी का दामन थाम लिया था। गुप्तेश्वर पांडेय के जदयू में शामिल होते ही ऐसा कयास लगाया जा रहा था कि वह विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे और उन्हें कोई महत्वपूर्ण पद मिलेगी। मगर इन दोनों में से कोई भी बात सच साबित नही हुई।
सब मोह माया
अपने कार्यकाल से पहले ही डीजीपी पद से इस्तीफा देकर राजनीति में शामिल होने वाले गुप्तेश्वर पांडेय इन दिनों धार्मिक मंचों पर कथावाचन कर लोगों को जीवन का मर्म समझा रहे हैं। वे अभी भगवान हनुमान की भक्ति में लीन है। ना सिर्फ इन दिनों गुप्तेश्वर पांडेय का भाव बदला है बल्कि वह नई भूमिका में भी नजर आ रहे है। पुलिसिया रूवाब और राजनीति के दांव पेंच सब पीछे छूट गया है। उनकी सुबह भगवान के भजन से होती है और फिर शाम तक यही सिलसिला जारी रहता है। हालांकि चुनाव ना लड़ने का अफसोस उन्हें हमेशा से रहा है और उन्होंने इसे सबके सामने जाहिर भी किया था मगर अब वह इन सभी चीजों को मात्र मोह माया बताये जा रहे है।
मन कथा सुनने और सुनाने में रमा हुआ है
राजनीत में एंट्री लेने के सवाल पर गुप्तेश्वर पांडेय ने जवाब देते हुए कहा कि फिलहाल मन कथा सुनने और सुनाने में रमा हुआ है। उन्होंने बताया कि क्योंकि उन्हें पहले भी धार्मिक किताबें पढ़ने का बेहद शौक था इसलिए कथावाचन में किसी तरह की परेशानी नहीं होती। उन्होंने आगे बताया कि डीजीपी रहते हुए भी वह धार्मिक व आध्यात्मिक कार्यो में नियमित शामिल होते थे, लेकिन अब जब वह उन कार्यों से मुक्त हो गए है तो उनका सारा समय इन्ही चीजों में जाता है और वह पूरी तरह इसमें रम गए हैं।
कई जगहों से मिला धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण :
एक मीडिया हाउस से बातचीत के दौरान गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि उन्हें अब जहां से भी सत्संग के लिए बुलावा आता है, वह वहां फौरन पहुंच जाते हैं। इतना ही नही उन्होंने अभी हाल ही में मथुरा और वृंदावन के भी सत्संगों और धार्मिक कार्यों में हिस्सा लिया था। उन्होंने बताया कि वृंदावन में 16 जुलाई से उनका कार्यक्रम निर्धारित है, जहां वह भागवत कथावाचन करते नजर आएंगे। वही अगर खबरों की माने तो विरन्दावन में बड़ी संख्या में लोग उन्हें सुनने के लिए आएंगे। केवल वृंदावन और मथुरा ही नही बल्कि उन्हें कई जगहों से धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण मिला है।
अयोध्या में सबके कल्याण कि की कामना :-
आपको बतादें कि इनदिनों गुप्तेश्वर पांडेय अयोध्या में है जिसकी जानकारी उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया के माध्यम से दी है। दरअसल बीते 14 जून को उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट से एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमे वह अयोध्या के हनुमान गढ़ी में थे। उन्होंने तस्वीर पोस्ट करते हुए उसके कैप्शन में लिखा था कि लोकमंगल और अपने लिए ज्ञान, वैराग्य और भक्ति की भीख मांगने के लिए हनुमान गढ़ी में अपने इष्टदेव हनुमान जी के दरबार में हाज़िरी लगाया, साथ ही सभी को सुबुद्धि और सबका कल्याण होने की कामना भी की
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