नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी जल्दी पटना के बिस्कोमान भवन से नालंदा शिफ्ट होने वाला है।अगले साल 2022 तक इसे नालंदा शिफ्ट होने की पूरी उम्मीद है। विश्व धरोहर नालंदा महाविहार के अवशेष के बगल में ही एक एन ओ यू का 10 एकड़ में बहुमंजिला इमारत का निर्माण कराया जा रहा है। इसी में एन ओ यू को अगले साल शिफ्ट कर दिया जाएगा।
गौर मतलब है कि यूजीसी के नियम के अनुसार किसी भी विश्वविद्यालय के लिए 40 एकड़ की भूमि जरूरी है, परंतु वहां पर अभी 10 एकड़ ही जमीन उपलब्ध हो सकी है,उच्च शिक्षा विभाग जमीन अधिग्रहण करने के लिए कार्य कर रही है। NOU के कुलपति हनुमान प्रसाद पांडे ने कहा कि राज्य सरकार की ओर से हाल में ही 35 लाख रुपए दिए गए हैं। 40 एकड़ भूमि अधिग्रहण पर लगातार काम चल रहा है।
नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर हनुमान प्रसाद पांडे ने कहा कि विश्वविद्यालय अब नई शिक्षा नीति के तहत रोजगार पूरक शिक्षा पर भी जोर देगी। अगले सत्र से कई कौशल विकास पाठ्यक्रम को इसमे में जोड़ दिया जाएगा। बता दें कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय को एक्ट 1987 के तहत स्थापना किया गया है, तब से ही इसे नालंदा में खोलने की कवायद लगातार जारी है परंतु अभी तक अपने नाम वाले जिले में नहीं पहुंच पाई है। ऐसे अब उम्मीद करी जा रही है कि अगले साल तक या शिफ्ट हो जाएगी।
आइए नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस के बारे में कुछ बातें जानते हैं
- नालंदा खुला विद्यालय का भवन नालंदा नीरपुर मार्ग में बन रहा है।
- इस पूरे प्रांगण में एकेडमिक बिल्डिंग हॉस्टल के अलावा विभिन्न संकाय सदस्यों एवं कर्मियों के भी आवास हैं
- नालंदा विश्वविद्यालय समय पर परीक्षा लेने और परिणाम घोषित करने के लिए जाना जाता है
- यह परिसर डिजिटल क्लासरूम तथा फास्ट इंटरनेट सुविधा से संपन्न होगा
- इस यूनिवर्सिटी में कनाडा तथा यूएस समेत कई देशों के छात्र नामांकित हैं