14359 सीटें पर B.Tech कोर्स के लिए इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन शुरु, देखें ऑनलाइन काउंसलिंग की पूरी डिटेल

Bihar Education News, Engineering College Admission: बिहार में इंजीनियरिंग की पढ़ाई का सपना देख रहे छात्रों के लिए बेहद अच्छी खबर है। दरअसल शिक्षा विभाग में विभाग प्रौद्योगिकी और तकनीकी के क्षेत्र में अपना करियर बनाने वाले छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी साझा की है और बताया है कि- राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक कोर्स के विभिन्न ब्रांच में 14,359 सीटें उपलब्ध है, जिन पर एडमिशन की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। बता दे इनमें से एक तिहाई सीटें महिला अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 2023 में सम्मिलित अभ्यर्थियों के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त स्कूल राज्य के कुल 38 कॉलेजों में कितनी सीटों पर एडमिशन प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए होगा रजिस्ट्रेशन

बता दे जेईई मेन 2023 के मेधा के आधार पर बीसीईसीई बोर्ड पटना द्वारा दो चरणों की ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिए नामांकन की प्रक्रिया को शुरू करेंगे। सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में ट्यूशन फीस लगभग शून्य है एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की सुविधा भी उपलब्ध है।

दुबारा नहीं मिलेगा मौका

साथ ही विभाग की ओर से इस जानकारी के साथ-साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि इस साल समापन काउंसलिंग नहीं होगी। जेईई मेन 2023 में सम्मिलित अभ्यार्थियों एवं उनके अभिभावकों को इस बात की जानकारी पहले ही दी गई है कि अगर राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में नामांकन के लिए बीसीईसीई बोर्ड पटना द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तारीख 7 जुलाई तक बढ़ा दी गई है, तो इस तिथि तक रजिस्ट्रेशन नहीं करने पर जेईई मेन 2023 में शामिल होने वाले अभ्यार्थी बिहार के सरकारी अभियंत्रण महाविद्यालय में भी नामांकन से वंचित रह जाएंगे। उन्हें दुबारा मौका नहीं दिया जाएगा।

इंजीनियरिंग कॉलेजों में सहायक अध्यापकों की होगी नियुक्ति

साथ ही बता दे कि बिहार सरकार की ओर से विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री सुमित सिंह ने विधान परिषद में एक सवाल का जवाब देते हुए, इस बात को पहले ही क्लियर कर दिया है कि राज्य के सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी। उन्होंने कहा- साल 2022 में 515 शिक्षकों की नियुक्ति इंजीनियरिंग कॉलेजों में की गई थी, वही यह क्रम आगे भी जारी रहेगा।

Kavita Tiwari