Vande Bharat Train: 6 घंटे में वाराणसी से हावड़ा, गया से चंद घटों की होगी दूरी, देखें रूट

Vande Bharat Train In Bihar:: केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में पेश किए गए 2023-24 के आगामी बजट को लेकर कई अहम ऐलान किए गए है। इस दौरान केंद्र सरकार ने अपने इस आम बजट में भारतीय रेलवे के कई आगामी प्रोजेक्ट को लेकर भी कई बड़ी सौगात दी है। इस कड़ी में बिहार को 3 वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिली है। हालांकि ये ट्रेने कब से शुरू होंगी और किस-किस रूट पर चलेंगी… इस बात का आधिकारिक तौर पर कोई ऐलान नहीं किया गया है, लेकिन यह कयास लगाए जा रहे हैं कि यह वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन इस साल के अप्रैल से शुरू हो सकती है।

Vande Bharat Train

बिहार को मिली 3 वंदे भारत एक्सप्रेस

केंद्र सरकार के आगामी बजट के मुताबिक भारतीय रेलवे ने बिहार को 3 नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों की सौगात दी है, जिसमें पटना से रांची के बाद अब आम लोगों के लिए पूर्वांचल से हावड़ा के बीच सफर करना भी बेहद आसान हो जाएगा। इतना ही नहीं उनके इस सफर का समय भी लगभग आधा हो जाएगा। बता दे मौजूदा समय में पूर्वांचल से हावड़ा का सफर तय करने में 12 घंटे का समय लगता है। हालांकि अगर यह सफर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से किया जाए तो यह महज 6 घंटे में पूरा हो जाएगा।

भारतीय रेलवे की ओर से बिहार को मिली इन 3 वंदे भारत ट्रेनों के परिचालन की बात करें तो बता दे कि सबसे पहले यानी अप्रैल से पूर्वांचल और हावड़ा के बीच शुरू होने वाली नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से लाखों की तादाद में लोगों को बड़ी सौगात मिलेगी। हालांकि इसका सबसे ज्यादा फायदा गया के लोगों को होगा। मालूम हो कि गया के लोगों काफी लंबे समय से गया से हावड़ा के लिए एक्सप्रेस ट्रेन की मांग उठा रहे थे, जो जल्द पूरी होने की संभावनाएं जताई जा रही है।

Vande Bharat Train

कारोबारियों को मिलेगा फायदा

बता दे इस सेमी स्पीड वंदे भारत ट्रेन के शुरू हो जाने से गया के कारोबारियों को इसका सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा। ऐसे में इन व्यवसायियों के बीच गया से चलने वाली नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को लेकर खासा खुशी नजर आ रही है। इन व्यवसायियों का कहना है कि इस ट्रेनों के शुरू हो जाने के बाद उनका कारोबार काफी तेजी से आगे बढ़ सकता है। बढ़ते दायरे के साथ न सिर्फ कारोबार आगे बढ़ेगा, बल्कि इसके साथ ही राज्य के विकास का नजारा देश के हर कोने में भी नजर आयेगा। इसके साथ ही बिहार की खासितय दूसरे राज्यों में भी अपनी पहचान के दायरे को बढ़ा सकेगी।

Kavita Tiwari