कैसी होती है सोनपुर मेले के थियेटर मे काम करने वाली लड़कियों की ज़िंदगी, एक दिन की कमाती है कितनी?

Sonpur Mela Theater: बिहार के सोनपुर मेले में इस बार भी थिएटर  का आयोजन कि या गया है। थिएटर में देश के तमाम अलग-अलग राज्यों से भारी तादाद में अपना जलवा दिखाने थिएटर बालाएं पहुंची है। 2 साल बाद लगने वाले इस सोनपुर मेले में थिएटर में अपना जलवा दिखाने के लिए पहुंचने वाली इन कलाकारों के लिए आयोजक की ओर से ऐसे इंतजाम किए गए हैं, जिसका नजारा देख आप चौक जायेंगे। दरअसल इनके रहन-सहन के लिए आयोजक की ओर से टीन के झोपड़ेनुमा घर बनाये गए है, जिनमें ना पंखा है न दरवाजे…। यह अपने खान-पान से लेकर खुद को सजाने तक का काम भी खुद करने को मजबूर है और ऐसे में उन्हें कमाई के नाम पर जो मिलता है, उससे दो वक्त की रोटी चलाना भी मुश्किल है।

Sonpur Mela Theater

मजबूरी के चलते पहुंची सोनपुर थियेटर

सोनपुर थिएटर में आई इन कलाकारों ने खुद अपने दर्द की कहानी खुद बयां की है। इनमें से कोई परिवार की जिम्मेदारी पूरी करने आई है, तो किसी के सर से पिता का साया उठने के बाद घर की जिम्मेदारी का बोझ उन्हें यहां ले आया है। सोनपुर के इस थिएटर में आई इन कलाकारों के दर्द की कहानी किसी की भी आंखों को नम कर सकती हैं। इन थिएटर बालाओं में शायद ही कोई ऐसा हो, जो अपनी इस काम को लेकर दिल से खुशी जाहिर करता हों।

Sonpur Mela Theater

कैसी है सोनपुर थिएटर में काम करने वाली लड़कियों की जिंदगी

सोनपुर थिएटर में काम करने आई इन लड़कियों की जिंदगी की दास्तां सुन आप की भी आंखें नम हो जाएंगी। हाल ही में एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान इन लड़कियों ने खुद बताया कि इनमें से किसी का सपना पुलिस वाली बनने का था, तो किसी का सपना टीचर बनने का था, लेकिन परिवार की माली स्थिति उन्हें थिएटर के मंच पर ले आई और वो आज इसी के जरिए पैसा कमाने और अपने परिवार का पेट चलाने को मजबूर है।

Sonpur Mela Theater

एक परफॉर्मेंस में कितना कमा लेती हैं यह लड़कियां

इस दौरान जब सोनपुर थिएटर में शामिल हुई इन लड़कियों से यह पूछा गया कि वह इस काम से कितना कमा लेती है…इस काम से उनका घर चल जाता है…? तो इसके जवाब में लड़कियों ने साफ शब्दों में तो कुछ नहीं कहा, लेकिन यह जरूर कहा कि फैक्ट्रियों में काम करने या झाड़ू पोछा लगाने से उनका घर नहीं चलता… लेकिन इस काम से उन्हें इतना पैसा मिल जाता है कि वह अपने भाई-बहनों और परिवार के दूसरे सदस्यों का पेट भर पाती हैं।

Sonpur Mela Theater

थिएटर देखने उमड़ती है लाखों की भीड़

आजादी के पहले से ही सोनपुर के हरिहर क्षेत्र में मेले का आयोजन किया जाता है, जिसमें नाच गाने के प्रोग्राम के साथ-साथ थिएटर का भी खास प्रबंध होता है। एक दौर में सोनपुर में लगने वाले इस मेले में लोग घोड़ा, हाथी, मवेशियों को खरीदने दूरदराज से आते थे, जिनके मनोरंजन के लिए यहां पर नृत्य कार्यक्रम किया जाता था। वहीं बदलते समय के साथ इस नृत्य कार्यक्रम की जगह तेज धुन में बजने वाले अश्लील गानों और अश्लील डांस ने ले ली है।

Sonpur Mela Theater

सोनपुर के मेले में होता है अश्लील डांस?

साल 2019 में हुए इस सोनपुर मेले में आधा दर्जन से ज्यादा थिएटर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस दौरान थिएटर में अश्लीलता ना दिखाई जाए इसके लिए प्रशासन की ओर से सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए थे, लेकिन इसके बावजूद भी यहां साल 2019 में हुए थिएटर में अश्लीलता का हर आंकड़े पर पार हुआ। अपने अशलीलता के हर पैमाने को तोड़ने के कारण ही यह सोनपुर मेला खासा चर्चाओं में रहता है। बता दे इस साल भी यह मेला एक महीने तक चलने वाली है, जिसकी शुरुआत हो चुकी है।

Kavita Tiwari