देश के दो बड़े दिग्गज कारोबारी जो बिज़नस वर्ल्ड में एक-दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंदी भी माने जाते हैं, उनके बीच एक बड़ी डील हुई है। यह डील गौतम अडानी (Gautam Adani) और मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के बीच हुई है। गौरतलब है कि गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी समूह ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ कथित तौर पर एक समझौता किया है, जिसके मद्देनजर वह एक-दूसरे के कर्मचारियों को काम पर नहीं रखेंगे।
गौतम अडानी और मुकेश अंबानी के बीच क्या डील हुई है
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गौतम अडानी की कंपनी अडानी समूह और मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच नो पोचिंग पैक्ट (No-Poaching Deal) इस साल मई में लागू हो गया था और यह उनकी सभी ग्रुप कंपनियों पर लागू होगा। हालांकि अडानी समूह और रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industry) दोनों ने ना तो इस डील को लेकर अब तक कोई टिप्पणी की है और ना ही रिपोर्ट द्वारा इस डील के दावों को लेकर कोई पुष्टि की गई है।
क्या है नो पोचिंग पैक्ट डील (What is No-Poaching Deal)
बात इस सिस्टम की करें तो बता दें कि यह कोई नया सिस्टम नहीं है। यह पहले भी चलता रहा है। एक ग्लोबल एग्जीक्यूटिव सर्च के एक सीनियर प्रोफेशनल जो दोनों समूहों के साथ काम करते हैं, उन्होंने बताया कि यह समझौता हमेशा मौजूद रहा है लोकिन वो प्रकृति में अनौपचारिक है। वही अब इस नियम के लागू होने के बाद यह दोनों समूह एक-दूसरे के टैलेंट को हायर नहीं कर सकते हैं। यानी दोनों समूहों को सभी क्षेत्रों में उपस्थित भी हैं और एक-दूसरे के उद्योग क्षेत्र में प्रतिद्वंदी भी है।
किन-किन क्षेत्र में प्रतिद्वंदी हैं अडानी-रिलाइंस ग्रुप
बता दे रिलायंस ग्रुप इंडस्ट्रीज और अडानी ग्रुप इंडस्ट्री दोनों एक-दूसरे के कट्टर प्रतिद्वंदी माने जाते हैं। अडानी समूह बिजली, बंदरगाहों, हवाई अड्डे, नवीनीकरण ऊर्जा और सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक मजी हुई कंपनी मानी जाती है। वही हाल ही में अडानी ग्रुप में पेट्रोकेमिकल्स सेगमेंट में भी एंट्री कर ली है, जहां रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले से ही टॉप पर चल रही है। टेलीकॉम इंडस्ट्री में भी दोनों कंपनियां एक-दूसरे के करीब आ गई है।
इसके साथ ही हाल ही में हुई 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में भी दोनों कंपनियां एक-दूसरे के आमने-सामने थी, जिसमें रिलायंस जिओ इन्फोकॉम दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर बन गया है, तो वही सबसे बड़ी बोलीदाता के रूप में भी काफी प्रसिद्ध हुआ है। इस नीलामी में पहली बार भाग लेने वाली अडानी ग्रुप में 212 करोड रुपए में 400 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम खरीदा है। यानी दोनों हर कदम पर एक दूसरे को मात देने की कवायद में जुटे हुए हैं।
बात दोनों कंपनियों के दायरे की करें तो बता दें कि बीते कुछ सालों में अडानी ग्रुप इंडस्ट्रीज ने काफी जबरदस्त छलांग लगाई है। अडानी ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल ही में अपने रिटेल कारोबार को बढ़ाने के लिए बड़ा निवेश करने का ऐलान भी किया है। ब्लूमवर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अदानी ग्रुप की खाद उत्पाद कंपनी अडानी विल्मर लिमिटेड ने अपने फूड ऑपरेशन को बढ़ावा देने के लिए अधिग्रहण लक्ष्यों को तय किया है।
वहीं दूसरी ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज ने भी उपभोक्ता वस्तुओं के व्यवसाय को शुरू करने की नई योजना बनाते हुए इसकी घोषणा कर दी है। यानी दोनों ही कंपनियां लगातार एक दूसरे को हर क्षेत्र में चुनौती देते हुए अपने प्रतिद्वंदिता के दायरे को भी बढ़ा रही हैं।
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