5G स्पेक्ट्रम की नीलामी से मालामाल हुई सरकार, इसी साल देश मे शुरू हो जाएगी 5जी सेवाएँ

भारत में 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू हो गई है, जिसकी जानकारी साझा करते हुए संचार मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि 2015 के पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए 5G नीलामी का पहला दिन काफी एतिहासिक रहा। 26 जुलाई को एस ऑक्शन में टेलीकॉम इंडस्ट्री से जुड़े कुल 4 दावेदारों ने अपने अपने स्तर पर बोली लगाई। इन 4 दावेदारों से 1.45 लाख रुपए करोड़ की बोली मिली। अश्विनी वैष्णव ने बताया कि पहले दिन की बोलियां पिछले सभी रिकॉर्ड को तोड़ गई। वहीं आने वाले दिनों में इसके ऑक्शन को लेकर और भी ज्यादा उम्मीद जताई जा रही है।

5जी नीलामी के पहले दिन टूटे पिछले रिकॉर्ड

संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा टेलीकॉम इंडस्ट्री के इन 4 बोली दाताओं में रिलायंस जिओ, भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया, के साथ-साथ अडानी ग्रुप इंडस्ट्रीज भी शामिल है। बता दे अडानी ग्रुप इंडस्ट्रीज ने इस ऑक्शन के साथ ही टेलीकॉम इंडस्ट्री में एंट्री की है। जानकारी के मुताबिक पहले दिन 4 दावेदारों ने बोलियां लगाई, जिसमें सबसे ज्यादा दिलचस्पी और हाय एंड बैंड में एक और हाई-एंड बैंड में और 3300 मेगाहट्र्ज और 26 गीगाहट्र्ज बैंड में थी. उन्होंने कहा कि 700 मेगाहट्र्ज बैंड के लिए भी बोलियां मिली हैं।

अगस्त में घोषित होंगे नतीजे

फिलहाल अब तक किस कंपनी को कौन सा स्पेक्ट्रम मिला है, यह साफ नहीं हुआ है। यह पूरी प्रक्रिया के खत्म हो जाने के बाद ही पता चलेगा, क्योंकि नियम किसी भी जल्दी प्रकटीकरण को मना करते हैं। अश्विनी वैष्णव के मुताबिक सरकार 14 अगस्त की समय सीमा के आधार पर रिकॉर्ड स्पेक्ट्रम आवंटित करेगी और सितंबर तक 5G सेवाएं शुरू करने की उम्मीद जताई जा रही है।

बता दे नीलामी में 600, 700, 800, 900, 1800, 2100, 2300, 2500, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहट्ज में शामिल है। 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी की इस दौड़ में शामिल हुए चार बड़े खिलाड़ियों में से संयुक्त रूप से 21,400 करोड रुपए बयाना जमा में पहले से जमा कर दिए गए हैं और मेगा बोली के लिए अपनी वॉर चेस्ट और रणनीतियों के साथ आगे भी जमा करने की तैयारी चल रही है। चौकी 15 लाख करोड़ रुपए तक होने की संभावना जताई जा रही है।

4G के मुकाबले 5G देगा 10 गुना स्पीड

बता दे रिलायंस जिओ इन्फोकॉम ने ₹14000 की ईएमडी जमा की है, जबकि भारती एयरटेल ने 5500 करोड रुपए की ईएमडी निवेश की है। याद दिला दे 4G स्पेक्ट्रम के लिए साल 2021 में हुई नीलामी में रिलायंस जियो ने 77.9 फ़ीसदी की जमा राशि का इस्तेमाल किया था, जबकि एयरटेल में 87.7 फ़ीसदी का इस्तेमाल किया था। विशेषज्ञों का कहना है कि 4G के मुकाबले 5G 10 गुना तेज स्पीड से काम करेगा और 3G की तुलना में यह स्पीड 30 गुना होगी। इससे लाखों करोड़ों लोगों को फायदा मिलेगा।

Kavita Tiwari