बक्सर मे हो रहा 1320 मेगा वॉट थर्मल प्लांट का निर्माण, गंगा नदी के रास्ते 500 टन का टरबाइन पहुंचा

Buxar Thermal Power: बिहार के बक्सर जिले के चौसा में भारत सरकार (Indian Government) की सबसे बड़ी परियोजना की शुरुआत होने वाली है, जिसके तहत 1320 मेगावाट थर्मल पावर (MW Thermal Power) का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। 660MW की दो यूनिटों को साल 2023 में चालू करने की तैयारी का प्लान सरकार (Government MW Thermal Power) ने तैयार किया है। खास बात यह है कि इसे प्रारंभ करने के लिए मुख्य उपकरण टरबाइन जनरेटर (Turbine Generator) भी गुजरात से बक्सर पहुंच गया है। बता दें यह टरबाइन गुजरात से होते हुए कोलकाता से गंगा नदी के रास्ते बक्सर के हादीपुर घाट लाया गया है।

3 तीन में तय की 5 किलोमीटर की दूरी

जानकारी के मुताबिक हादीपुर घाट से गुरुवार शाम 4:00 बजे इसे रवाना किया गया था, जो कि शनिवार की दोपहर 12 बजे थर्मल पावर के परिसर में पहुंचा है। 192 चक्के वाली टेलर ट्रक को इसे सुरक्षित पहुंचाने के लिए 5 किलोमीटर की दूरी तय करने में करीबन 3 दिन का समय लगा है। 5 किलोमीटर सड़क मार्ग से होते हुए यह थर्मल पावर परिसर पूरी तरह से सुरक्षित पहुंच गया है। इसके लिए शनिवार को 9:00 बजे से 12:00 बजे तक 3 घंटे के लिए रेलवे मार्ग को भी ब्लॉक कर दिया गया था।

पीएम मोदी ने 2019 में रखी थी आधारशीला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस 1320 मेगा वाट के प्लांट की आधारशिला 9 मार्च 2019 को रखी थी। इसकी मॉनिटरिंग पीएमओ और केंद्रीय विद्युत मंत्री कार्यालय द्वारा की जा रही थी। ग्रीन फील्ड सुपरक्रिटिकल टेक्नोलॉजी वाले इस प्रोजेक्ट की लागत 11000 करोड रुपए बताई जा रही है।

11000 करोड़ की लागत से होगा थर्मल पॉवर का निर्माण

मालूम हो कि 11000 करोड़ की लागत से बन रहे इस थर्मल पावर प्लांट का निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो गया है। बता दे इसका निर्माण कार्य SJVN की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी SJVN थर्मल प्राइवेट लिमिटेड कर रही है। कमिश्निंग के बाद इस पावर प्लांट से 9828 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन करना संभव होगा। करार के मुताबिक संयंत्र से उत्पादित बिजली का 85% बिहार को दिया जाएगा। इससे बिहार के लोग लाभान्वित होंगे।

Kavita Tiwari