अमेरिका में पढ़ेगा बिहार के गरीब मजदूर का बेटा, कॉलेज से मिली ढाई करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति

कई बार व्यक्ति अपनी काबिलियत के दम पर उस मुकाम को हासिल कर लेता है, जहां तक वह कभी सोच नहीं पाता है। लेकिन अपनी प्रतिभा और काबिलियत के बलबूते हासिल करके दिखा देता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बिहार के एक मजदूर के बेटे ने जिसे लाफायेट कॉलेज अमेरिका में ग्रेजुएशन में एडमिशन मिला है। पटना के फुलवारीशरीफ के गोनपुरा गांव निवासी प्रेम कुमार को छात्रवृत्ति के रूप में 2.5 करोड़ रुपए मिली है। डेक्स्टेरिटी ग्लोबल के सीईओ और संस्थापक शरद सागर ने इस बारे में जानकारी दी।

शरद सागर ने जानकारी दी कि प्रेम कुमार लाफायेट कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय संबंध और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कंप्लीट करेंगे। उन्होंने कहा कि साल 1826 में इस कॉलेज की स्थापना हुई थी। बिहार के प्रेम में डेक्सटेरिटी ग्लोबल के देखरेख में विकास और करियर विकास प्रोग्राम के तहत ट्रेनिंग प्राप्त किया। शरद सागर ने ऐलान किया कि करियर डेवलपमेंट कार्य डेक्सटेरिटी टू कॉलेज के विद्यार्थियों ने दुनिया में सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटियों से 100 करोड़ से ज्यादा की स्कॉलरशिप प्राप्त की है।

कॉलेज से मिली ढाई करोड़ रुपए की छात्रवृत्ति

बता दें कि प्रेम को छात्रवृत्ति के रूप में मिली 2.5 करोड़ रुपए लाफायेट कॉलेज में 4 वर्षों के लिए उनकी पढ़ाई एवं रहने के पूरे खर्च को कवर करने के लिए दिया है, जिसमें उन्हें ट्यूशन, किताबें और आपूर्ति, लाइफ इंश्योरेंस, निवास और यात्रा का खर्चा इत्यादि शामिल हैं। छात्रवृत्ति मिलने के बाद प्रेम कुमार ने जानकारी दी कि स्कॉलरशिप मिलने का पूरा श्रेय डेक्सटेरिटी ग्लोबल को जाता है। डेक्सटेरिटी ग्लोबल के वजह से ही यह सब कुछ संभव हो पाया है। शरद सागर में जानकारी दी कि प्रेम कुमार ऐसे पहले महादलित स्टूडेंट हैं, जिसे यह छात्रवृत्ति मिली है। उनका यह सफर सच में प्रेरणादायक है। प्रेम कुमार अन्य छात्रों के लिए प्रेरणा बन गए हैं। निर्धन परिवार से आने वाले प्रेम ने काफी उतार-चढ़ाव देखा है। अब वह अमेरिका में इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग और अंतरराष्ट्रीय विषयों की पढ़ाई पूरी करेंगे।