उत्तर बिहार जाने वाली ट्रेनों की बढ़ी संख्या, पाटलिपुत्र जंक्शन का पांचवा प्लेटफार्म बनकर हुए तैयार, देखें रूट

पाटलिपुत्र स्टेशन (Patliputra Station) पर अब कुल प्लेटफार्म की संख्या पांच हो गई है। बता दे कि हाल ही में यहां एक नये प्लेटफार्म (New Platform in Patliputra Railway Station) का निर्माण कार्य पूरा हुआ है। इसके साथ ही दीघा ब्रिज होते हुए रेल ट्रैक (Railway Track) की डबलिंग का काम भी पूरा हो गया है। ऐसे में बहुत जल्द पाटलिपुत्र स्टेशन से ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी होने वाली है। इन दिनों दानापुर से संघमित्रा एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र-बरौनी मेमू पैसेंजर, पटना-पुणे एक्सप्रेस (Patna-Pune Express) एवं पाटलिपुत्र-जयनगर इंटरसिटी (Patliputra-Jayanagar Intercity) को पाटलिपुत्र स्टेशन से जल्द ही खोला जाएगा। इसके साथ ही मेन लाइन के कुछ और ट्रेनों को यहां शिफ्ट करने की तैयारी है।

बढ़ाई जायेंगी ट्रेनों की संख्या

बता दें कि पाटलिपुत्र जंक्शन होते हुए मुजफ्फरपुर से छपरा लाइन के कुछ ट्रेनों को चलाने की कवायद चल रही है। बताया जा रहा है कि अगस्त महीने से यहां से ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। अभी 8 ट्रेनें पाटलिपुत्र जंक्शन से खुलती है, जबकि 28 ट्रेनें गुजरती हैं। पूर्व मध्य रेल के सीपीआओ वीरेंद्र कुमार का कहना हैं कि समय के साथ ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। मालूम हो कि पाटलिपुत्र स्टेशन के पुनर्विकास में 350 करोड़ खर्च हुए हैं। रेलवे बोर्ड ने युद्ध स्तर पर पाटलिपुत्र स्टेशन के लिए रिडेवलपमेंट का काम पूरा करवाया है।

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याद दिला दे पाटलिपुत्र स्टेशन में साल 2015 में चार ट्रेनों को शिफ्ट किया गया। परंतु कुछ माह बाद ही ट्रेनों को दानापुर एवं पटना जंक्शन स्थानांतरित कर दिया गया। इसमें से पटना-पुणे एक्सप्रेस और संघमित्रा एक्सप्रेस को दानापुर, जबकि पाटलिपुत्र जयनगर इंटरसिटी और पाटलिपुत्र-बरौनी मेमू को पटना जंक्शन शिफ्ट किया गया।

ये हैं पाटलिपुत्र से गुजरने वाली ट्रेनों की लिस्ट

वर्तमान में पाटलिपुत्र से जो आठ ट्रेनें रवाना होती है, जिनमें पाटलिपुत्र-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र-सहरसा जनहित एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र-दरभंगा सवारी गाड़ी, रक्सौल-पाटलिपुत्र फास्ट पैसेंजर, मुजफ्फरपुर-पाटलिपुत्र सवारी गाड़ी, पाटलिपुत्र-बरौनी मेमू, पाटलिपुत्र- नरकटियागंज इंटरसिटी और पाटलिपुत्र-लखनऊ सुपरफास्ट शामिल हैं। स्टेशन का पांचवा प्लेटफार्म बनकर तैयार होने के बाद अब उम्मीद है कि ट्रेनों की संख्या में वृद्धि होगी जिसके बाद उत्तर बिहार आना-जाना सुगम हो जाएगा।