45 मिनट पहले लीक हुआ था बीपीएससी का प्रश्नपत्र, छात्रों से 10 लाख रुपए की गई थी डिमांड

बिहार (Bihar) में बीपीएससी प्रश्न पेपर लीक मामले (BPSC Paper Leak) की छानबीन लगातार की जा रही है। आर्थिक अपराध यूनिट (Economic Offenses Unit) को इस मामले में कई अहम सुराग मिले हैं। बीपीएससी की 67 वीं प्रारंभिक परीक्षा 8 मई को 12 बजे से शुरू होना था लेकिन अब कहा जा रहा लगभग 45 मिनट पहले ही गिरोह के द्वारा छात्रों को प्रश्न पत्र (BPSC Paper Leak Update) उपलब्ध करा दिया गया था। ईओयू (EoU) ने यह जानकारी साझा की।

BPSC Paper Leak

45 मिनट में हुआ BPSC पेपर लीक

ईओयू की टीम ने छानबीन में पाया है कि गिरोह के लोगों के पास बीपीएससी परीक्षा सेट सी का क्वेश्चन पेपर मौजूद था। गिरोह के सदस्यों ने पेपर को कई अभ्यर्थियों के व्हाट्सएप पर भेजा था इसके बदले में अभ्यर्थियों से लगभग 10 लाख रुपए तक वसूले गए। वायरल प्रश्नपत्र गिरोह के पास 45 मिनट पूर्व कैसे आया है अभी तक इसका खुलासा नहीं हो सका है। आर्थिक अपराध की टीम इस बात का पता लगा रही है कि किसने पेपर लीक करवाया है। इस मामले में जिन लोगों पर संदेह है उनकी तलाश के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है।

BPSC Paper Leak

प्रश्न पत्र लीक मामले की लगातार जांच में ईओयू लगी है। टीम ने कहा है कि लोहानीपुर के जिस घर से कंट्रोल रूम के बारे में पता चला है, उसी जगह से स्कॉलर के माध्यम से वायरल पेपर को सॉल्व करवाया गया। परीक्षा शुरू होने से पूर्व ही अभ्यर्थियों तक सवालों का जवाब पहुंच सके इसके लिए जल्द से जल्द स्कॉलर सवाल को हल कर रहे थे। गिरोह द्वारा बताए गए संदेह स्कॉलर छात्रों को गिरफ्तार करने में जांच टीम में जुट गई है।

BPSC Paper Leak

बता दें कि पूरे मामले में आयोग के कर्मचारियों की भी जांच हो रही है। परीक्षा शुरू होने के 45 मिनट पहले ही बीपीएससी का पेपर वायरल हो चुका था जिस वजह से अयोग सवालों के घेरे में है। आयोग के अधिकारियों और कर्मियों से लगातार ईओयू की‌ टीम पूछताछ कर रही है। बीपीएससी भी जांच तेजी से कर रहा है। आयोग के द्वारा रिपोर्ट भी सौंपा जा चुका है। कई कर्मचारियों के फोन को भी खंगाला गया है। तकनीकी विशेषज्ञों के द्वारा जांच में सहयोग लिया जा रहा है।