पटना का नाम इन दिनों चाय स्टार्टअप को लेकर सुर्खियों में है। अब राजधानी में ग्रेजुएट चायवाली के बाद आत्मनिर्भर चायवाली ने अपना स्टॉल लगाया है। ग्रेजुएट चाय का स्टाल लगाने वाली प्रियंका गुप्ता से आत्मनिर्भर चायवाली की कहानी अलग है। गरीबी के वजह से जब परिवार वालों ने उनकी शादी फिक्स कर दी तो इससे बचने के लिए उन्होंने चाय की स्टॉल खोल दी। मोना पटेल जेडी वीमेंस कॉलेज से ग्रेजुएट कर चुकी है। पटना के ज्ञान भवन के ठीक सामने मोना पटेल ने आत्मनिर्भर चाय का स्टाल खोला है। मोना ने वित्तीय परेशानी से तंग आकर चाय का स्टाल खोला है।
मोना मूल रुप से समस्तीपुर जिले की रहने वाली है, लेकिन वो फिलहाल पटना के कंकड़बाग इलाके में रहती है। मोना दो बहने है और पिता निजी स्कूल में शिक्षक हैं। पिता शादी फिक्स करने की बात कर रहे हैं। लेकिन मोना का मानना है कि आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है इसलिए शादी करना अभी उचित नहीं है। इसलिए मैं कुछ ना कुछ करना चाहती थी और मुझे प्राइवेट जॉब नहीं करना है। सोशल मीडिया पर प्रियंका गुप्ता की कहानी देखकर प्रेरित हुई। फिर मैंने अपना चाय का स्टाल खोल लिया। मोना बताती है कि मैं यह काम बहुत पहले कर लेती लेकिन प्रियंका को देखकर सड़कों पर उतरने का हौसला आया।
हो रही अच्छी बिक्री
मोना कहती है कि इस फैसले के बारे में मैंने अपने परिवार वालों को नहीं बताया है, मुझे इस बात का डर लग रहा है कि वह क्या कहेंगे। लेकिन मुझे आशा है कि मेरे फैसले से वह सब सहमत होंगे। सभी लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए आगे आना चाहिए ताकि दूसरे पर निर्भर होने की आवश्यकता ना पड़े। बातचीत में मोना ने बताया कि शनिवार सुबह के 6 बजे अपने चाय का दुकान खोला और दोपहर के 1 बजे तक लगभग 1000 रुपए कमा चुकी है। उन्होंने कहा कि मेरा स्टोर लगा ठीक-ठाक चलता है तो आने वाले समय में इसे ब्रांड बनाने की प्रयास करूंगी और इसका ब्रांच खोलूंगी।