देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा (Ratan Tata) ने आज तक कभी भी हिंदी में भाषण नहीं दिया था। ऐसे में हाल ही में जब वह असम में कैंसर हॉस्पिटल के उद्घाटन (Cancer Hospitals Assam) समारोह में शामिल हुए तो इस दौरान उन्होंने स्टेज पर जाने के बाद कहा- मैं हिंदी में भाषण नहीं दे सकता, इसलिए अंग्रेजी में बोलूंगा.. कुछ देर अंग्रेजी में बोलने के बाद अचानक रतन टाटा ने हिंदी (Ratan Tata Speech In Hindi) में बोलना शुरु कर दिया। हालांकि यह बात अलग थी कि इस दौरान वह टूटी-फूटी हिंदी में बात कर रहे थे। साथ ही उम्र का तकाजा भी उनकी आवाज में साफ झलक रहा था। इस दौरान उनकी आवाज में थरथराहट थी।
पहली बार रतन टाटा ने हिंदी में दिया भाषण
ये खास मौका असम में कैंसर हॉस्पिटलों के उद्घाटन का था। इस दौरान अस्पतालों को बनवाने में सरकार के साथ-साथ टाटा ग्रुप इंडस्ट्री की भी बड़ी हिस्सेदारी है। कैंसर हॉस्पिटल के उद्घाटन समारोह में खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उस समय मंच पर मौजूद थे, जब रतन टाटा हिंदी में स्पीच दे रहे थे।
रतन टाटा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक साथ कैंसर हॉस्पिटल का उद्घाटन किया। इसके बाद 84 साल के रतन टाटा मंच पर अनाउंसर की मदद से आए और माइक पर बोलना शुरू किया। इस दौरान उन्होंने अपने दिल की बात कहनी शुरू की। उन्होंने कहा- मुझे हिंदी में भाषण देना नहीं आता, इसलिए मैं हिंदी में नहीं बोलूंगा… संदेश एक ही होगा, मेरे दिल से निकला हुआ।
असम के लिए एतिहासिक दिन- रतन टाटा
इसके बाद रतन टाटा ने कहा कि- कैंसर अस्पताल के उद्घाटन का यह दिन राज्य के लिए बड़ा ऐतिहासिक है। हेल्थ केयर और कैंसर के इलाज के क्षेत्र में असम एक पायदान और ऊपर चढ़ गया है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रतन टाटा की हर बात को बेहद बारीकी से सुनते नजर आए।
जब अचानक से हिंदी में बोलने लगे रतन टाटा
कुछ देर अंग्रेजी में बोलने के बाद अचानक से रतन टाटा ने हिंदी में बोलना शुरु कर दिया। यह बात सभी जानते हैं कि रतन टाटा का हिंदी में हाथ जरा तंग है। उन्हें हिंदी ज्यादा अच्छी बोलनी नहीं आती। ऐसे में जब उन्होंने हिंदी में भाषण शुरू किया, तो वह टूटी-फूटी हिंदी में बोल रहे थे।
मोदी सरकार का किया शुक्रिया
उन्होंने कहा- आज असम दुनिया को बता सकता है कि इंडिया का एक छोटा सा स्टेट कैंसर का इलाज कर सकता है। अपने भाषण के दौरान रतन टाटा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा- मोदी गवर्नमेंट को मैं थैंकयू बोलता हूं कि असम को भूले नहीं… आगे बढ़ाया और मैं उम्मीद करता हूं कि यह स्टेट आगे जाएगा… भारत का झंडा और इंडिया फ्लैग…दिल से यह स्टेट आगे बढ़ेगा। रतन टाटा के इस भाषण में शब्दों का तोड़ मोड़ जरूर था, लेकिन इस दौरान उनके भाव सिर्फ देश के गौरवान्वित क्षणों को बयां कर रहे थे।
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