बिहार (Bihar) में शादी ब्याह का सीजन (Wedding Season) शुरू हो गया है। शादी विवाह के मंडप को सजाने-संवारने के लिए फूलों की मांग में भी बढ़ोतरी हुई है। हर रोज बिहार में हजारों शादियां हो रही हैं। दूल्हे के गाड़ी को संवारने के लिए बिहार के बाजारों में बनारस, कोलकाता और बेंगलुरु से फूल मंगाए (Demand for flowers increased in Bihar) जा रहे हैं। फूल की डिमांड बढ़ने से दूसरे राज्यों से फूल मंगाया जा रहा है। फूल विक्रेताओं की दुकानों पर फूल लेने वाले ग्राहकों की लंबी कतार देखने को मिल रही है।
बिहार में बढ़ी फूलों की डिमांड
शादी की मंडप, स्टेज और दूल्हे की गाड़ी चलाने से लेकर पगड़ी और माला बनाने के लिए अलग-अलग कीमत में फुल की बिक्री हो रही है। फूलों की कमी बिहार में हो गई है। कमी को दूर करने हेतु महंगे रेट पर फूल कोलकाता से मंगाए जा रहे हैं। कोलकाता से मंगाया जा रहे फूलों के रेट अधिक है। बिहार के फुल दुकानदार इसके लिए एडवांस में पैसे देकर बुकिंग करा रहे हैं। डिमांड इतना हो गया है कि बेंगलुरु से भी फूल मंगाया जा रहा है।
शादी-ब्याह के सीजन में गाड़ियों को सजाने वाले लोगों को भी अच्छी आमदनी होती है। बाकी कामों में मेहनत तो ज्यादा है लेकिन कमाई कम है। बिहार के फूल विक्रेता दोस्ती कुमार ने प्रभात खबर को बताया कि दुकानों के पास गाड़ियां सजावट के लिए आ रही है। बाकी आना कामों के लिए घर जाना पड़ता है। ऐसे में लोग अगर एडवांस में बुकिंग नहीं कराते हैं, तो काम करना कठिन होता है।
फूलों की रेट अधिक होने की वजह से बनावटी फूल का इस्तेमाल ज्यादा होने लगा है। शादी में मंदसौर पंडाल सजाने वाले रंजन कुमार बताते हैं कि फूल माला की बढ़ती कीमत और बढ़ती मजदूरी का असर घरवालों के जेब पर पड़ा है। मंच और वरमाला के लिए रजनीगंधा और गुलाब जैसे फूलों की अत्यधिक डिमांड है। कुछ लोग बनावटी फूल से सजा रहे हैं। कुछ लोगों की डिमांड के वजह से बनारस और कोलकाता से फूल मंगाया जा रहा है।