बख्तियारपुर-ताजपुर पुल का युद्ध स्तर पर होगा काम, सीएम नीतीश का आदेश, इन जिलों को मिलेगा लाभ

बिहार सरकार (Bihar Goverment) राज्य में सड़कों व पुल पुलियों के निर्माण पर खासा ध्यान दे रही है। राजधानी के बख्तियारपुर के करजान और समस्तीपुर के ताजपुर के बीच एक 11 सालों से निर्माणाधीन पुल (Bakhtiyarpur-Tajpur Bridge) को आने वाले दो साल के भीतर बना लिया जाएगा। अब तक इस पुल के 52 फीसद कार्य पूरे हो चुके हैं। इस परियोजना का काम पूरा शुरू करने का आदेश शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने दिया। इस मौके पर पथ परिवहन मंत्री नितिन नवीन (Road Transport Minister Nitin Naveen) भी मौजूद थे।

Bakhtiyarpur-Tajpur Bridge

बख्तियारपुर-ताजपुर पुल को मिली 2875 करोड़ रुपए की मंजूरी

बता दें कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड में बनने वाला यह बिहार का पहला परियोजना है। इसे बनाने को लेकर 2875 करोड़ रुपए की प्रशासनिक स्वीकृति मिली है। अभी भी 1187 करोड़ रुपए का काम होना शेष है, इसमें प्रदेश की सरकार को 935 करोड रुपए खर्च करना है। जबकि वायबिलिटी गैप फंड के तहत केंद्र सरकार 131 करोड़ रुपए व राज्य सरकार से 120 करोड़ रुपए मिलेंगे।

Bakhtiyarpur-Tajpur Bridge

उत्तर और दक्षिण बिहार के लिए यह पुल काफी उपयोगी साबित होगा। भागलपुर, नालंदा, बाढ़, नवादा और पड़ोसी राज्य झारखंड की तरफ से उत्तर बिहार जाने वाले लोगों को राजधानी पटना आने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस पुल के रास्ते वो डायरेक्ट निकल जाएंगे। इसी प्रकार मधुबनी, समस्तीपुर, रक्सौल, दरभंगा व नेपाल तरफ से नवादा, नालंदा के रास्ते झारखंड की तरफ जाने वाले लोगों को पटना नहीं आना पड़ेगा। दूरी और समय भी कम जाएगी।

Bakhtiyarpur-Tajpur Bridge

मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को कहा कि इस पुल को वैशाली से संपर्क स्थापित की जाए, इस संभावना की भी तलाश होनी चाहिए। अधिकारियों को सीएम ने स्पष्ट तौर पर कहा कि मिट्टी जांच का काम मानसून आने से पूर्व कर लें। सीएम ने कार्यक्रम के पहले पुल के एलायनमेंट का हवाई सर्वे किया।

Kavita Tiwari