बीते साल बढ़ती महंगाई का सबसे ज्यादा असर खाद्य तेलों की कीमत पर देखने को मिला था। वहीं अब एक बार फिर बढ़ती महंगाई के झटके आपके होली के बजट को बिगाड़ सकते हैं। दरअसल होली के मौके पर खाद्य तेल की खपत सर्वाधिक होती है, जिसके कारण रिफाइंड तेल, सरसों का तेल और डालडा की मांग में लगातार बढ़ोतरी होने के चलते दामों (Huge Increase In The Prices Of Edible Oil में इजाफा हो जाता है। बीते साल की तुलना में रिफाइंड तेल की कीमत में लगभग 68 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा इस साल दर्ज किया गया है।
बढ़ती मंहगाई बिगाड़ रही बजट
9 मार्च 2021 में जानें नयी रेट की कीमत 95 से ₹120 लीटर थी, लेकिन यही कीमत आज मार्च 2022 में 160 से ₹185 प्रति लीटर के स्तर पर पहुंच गई है। पूरे 1 साल में खाद्य तेल की कीमत में ₹65 प्रति लीटर का इजाफा दर्ज किया गया है। तो वही बात अगर सरसों के तेल की करें तो बता दे की इसमें भी 1 साल में करीबन 95 से ₹125 प्रति लीटर का इजाफा हुआ है।
साथ ही डालडा में भी ₹100 प्रति लीटर का इजाफा दर्ज किया गया है। से बीते साल डालडा की कीमत ₹85 से 100 रूपये प्रति लीटर थी और आज यही कीमत ₹185 प्रति लीटर पर पहुंच गई है। इसके अलावा कई अन्य खाद्य पदार्थों पर भी बढ़ती महंगाई का असर देखने को मिल रहा है।
बात खाद्यान्नों की करें तो बता दें चना दाल ₹65 से इस साल ₹75 के स्तर पर पहुंच गई है, जबकि चना ₹65 से बढ़कर 70 पर आ गया है। उड़द की दाल में भी ₹100 से ₹110 का। इजाफा दर्ज किया गया है खुले आटे की कीमत 1 साल के अंतर में साल ₹26 से ₹28 हो गई है।