देश के सबसे बड़े घोटाले एबीजी शिपयार्ड घोटाला कांड (ABG Shipyard Scam) को अंजाम देने के आरोप में सीबीआई की टीम लगातार ऋषि अग्रवाल से पूछताछ कर रही है। बता दें ऋषि अग्रवाल (Rishi Agarwal) एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड कंपनी के चेयरमैन और एमडी है। इस मामले में उन पर करीबन 28 बैंकों के साथ 22,842 करोड़ रूपए की धोखाधड़ी का आरोप लगा है। ऋषि अग्रवाल पर यह मामला दर्ज करते हुए सीबीआई (CBI) 7 फरवरी से कार्रवाई कर रही है।
एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड के चेयरमैन ऋषि अग्रवाल मुंबई में रहते हैं। उनके इस घोटाले को लेकर अब राजनीतिक गलियारे में भी उथल-पुथल शुरू हो गई है। इस मामले पर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि ऋषि अग्रवाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी है। इस दौरान कांग्रेस ने CAG रिपोर्ट को आधार बनाते हुए कहा कि अक्टूबर 2007 में एबीजी शिपयार्ड को 1.21 लाख वर्ग मीटर जमीन आधे रेट पर दी गई थी।
क्या है एबीजी शिपयार्ड?
गौरतलब है कि एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड को 15 मार्च 1985 में शुरू किया गया था। एबीजी शिपयार्ड जहाज बनाने और उनकी मरम्मत करने का काम करती है। इसका रजिस्टर्ड ऑफिस गुजरात के अहमदाबाद में एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड एबीजी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी है। साथ ही इसका शिपयार्ड गुजरात के दाहेज और सूरत में भी है।
कौन है ऋषि अग्रवाल?
ऋषि अग्रवाल का जन्म झारखंड के कोडरमा में साल 1996 में हुआ था। शुरू से ही उनका सपना मुंबई आने का था। ऋषि ने अमेरिका की पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पूरा किया और इसके बाद अग्रवाल शिपिंग से जुड़कर बिजनेस करने का सपना लिए वह यहां गए। उन्होंने आरएस नकारा से मगडाला शिपयार्ड 8 लाख रुपये में खरीदी। इसके बाद उन्होंने इसका नाम एबीजी शिपयार्ड रख दिया।
ऋषि अग्रवाल शशि रुइया और रवि रुइया के भांजे हैं। रुइया बंधु एसस्आर ग्रुप के मालिक हैं। ऐसे में उन्हें पहला ऑर्डर उनके मामा से ही मिला। इसके बाद काम शुरू हुआ और एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड देश की सबसे बड़ी शिपयार्ड कंपनी बनी गई। इस कंपनी ने 16 साल में 165 से ज्यादा जहाज बनाए हैं, जिनमें से 45 दूसरे देशों के लिए बनाए गए है। यह फर्म नौसेना और कोस्टगार्ड के लिए भी जहाज बना चुकी है। कंपनी ने सूरत शिपयार्ड में 18,000 डेडवेट टन और दाहेज शिपयार्ड में 120000 डेडवेट टन की क्षमता है।
किस आरोप में घिरे ऋषि अग्रवाल
एबीजी शिपयार्ड कंपनी के चेयरमैन और एमडी ऋषि अग्रवाल पर गलत तरीके से कर्ज लेकर और उन पैसों का गलत इस्तेमाल करने का आरोप है। सीबीआई ने इस मामले में 28 बैंकों से 22,842 करोड रुपए का घोटाला करने के आरोप में कार्रवाई की है। सीबीआई द्वारा ऋषि अग्रवाल की कंपनी सहित एमडी संस्थान मुथुस्वामी और तीन डायरेक्टर अश्वनी कुमार, सुशील कुमार अग्रवाल और रवि विमान नथिया के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन सभी आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने आपराधिक साजिश, आपराधिक विश्वासघात और धोखाधड़ी के मामले में केस दर्ज किया है।
कुल कितने बैंकों से और कितने करोड़ का घोटाला हुआ
एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड ने कुल 28 बैंकों से 22,842 करोड रुपए का घोटाला किया है, जिसमें 7089 करोड रुपए आईसीआईसीआई बैंक, 2925 करोड़ एसबीआई, 6334 करोड़ आईडीबीआई, 1244 करोड़ पीएनबी बैंक, 1228 करोड़ इंडियन ओवरसीज, 1614 करोड़ बैंक ऑफ बड़ौदा के बकाया है। इसके अलावा 22 और बैंक है जिन पर कुल 5,108 करोड रुपए का बकाया एबीजी शिपयार्ड लिमिटेड पर है।
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