पटना मेट्रो का काम एक कदम और बढ़ा आगे, फरवरी से अंडरग्राउंड स्टेशन का काम होगा शुरू

Patna Metro Rail News : पटना मेट्रो रेल परियोजना के अंतर्गत जल्द ही कॉरिडोर-1 पर सुरंगों, 6 अंडरग्राउंड स्टेशनों-नेटवर्क, सात एलिवेटेड स्टेशन बनाए जाने का काम शुरू किया जाएगा। पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (पीएमआरसी) के तकनीकी सलाहकार, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएमआरसी) द्वारा 29 दिसंबर को ही दोनों कंपनियों को स्वीकृति पत्र जारी कर दिया गया है।

एक कदम और आगे बढ़ा पटना मेट्रो

उम्मीद है कि इस साल के फरवरी माह से नेटवर्क और स्टेशनों को बनाए जाने का काम शुरू हो जाएगा। ऐसा इसलिए माना जा रहा क्योंकि अनुमान है कि PMRC को जनवरी के अंत तक जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी (JICA) से लोन मिल सकती है।

आकाशवाणी से राजेंद्र नगर तक 7.9 किलोमीटर लंबे छह अंडरग्राउंड स्टेशन बनाए जाएंगे, अंडरग्राउंड रैंप और ट्विन टनल का निर्माण भी किया जाना है। इस दोनों कार्य को पूरा करने की लागत 1,989 करोड़ रुपये आएगी। इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का कार्य एलएंडटी कंस्ट्रक्शन को दिया गया है। कॉरिडोर II के अंतर्गत भूमिगत निर्माण कार्य किया जाएगा, जिसमें जुड़वां सुरंगों का डिजाइन तैयार करके उसका निर्माण कार्य किया जाएगा इसके अलावा राजेंद्र नगर में भूमिगत रैंप और राजेंद्र नगर (विनिमेय स्टेशन), मोइनुल हक स्टेडियम , पटना विश्वविद्यालय, पीएमसीएच, गांधी मैदान और आकाशवाणी में छह भूमिगत मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जाएगा

मीठापुर-पाटलिपुत्र के लिए ये प्लान

एक अन्य कंपनी, वाईएफसी – एमसीएल जेवी, को मीठापुर और पाटलिपुत्र तथा अन्य सात स्टेशनों पर एलिवेटेड वायडक्ट, एलिवेटेड रैंप का डिजाइन और निर्माण कार्य पूरा करने की जिम्मेदारी दी गई है। ये एलिवेटेड स्टेशन दानापुर, सगुना मोड़ , आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रामकृष्ण नगर में बनाए जाएंगे। 7.39 किलोमीटर लंबी इस परियोजना को पूरा करने में 553 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है। इसके अलावा दानापुर से खेमनीचक तक मीठापुर होते हुए 17.9 किलोमीटर लंबा नेटवर्क बनाया जाएगा, जिसमें से 10.5 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत होगा।

एक साथ कई जगहों पर चलेगा काम

पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने बताया की निर्माण कार्य में तेजी लाने के उद्देश्य से विभिन्न फर्मों को काम आवंटित किया गया है एक ही समय में कई स्थानो पर कार्य पूरा किया जा सके। यह भी बताया गया कि मलाही पकड़ी और पाटलिपुत्र बस स्टैंड के बीच प्रायोरिटी कॉरिडोर पर सबसे पहले परिचालन शुरू किया जाएगा। इसमें मलाही पकरी, खेमनीचक (विनिमेय स्टेशन), भूतनाथ रोड, जीरो माइल और पाटलिपुत्र बस स्टैंड पर बने हुए छह स्टेशन शामिल किए गए हैं।

इतना काम हुआ पूरा, इतना बाकी

मेट्रो निर्माण से जुड़े अधिकारियों से यह जानकारी प्राप्त हुई कि मलाही पकरी से भूतनाथ रोड तक 112 पिलर बनाए जाने का काम पूरा किया जा चुका है तो वहीं कॉरिडोर II के लिए एलिवेटेड नेटवर्क के लिए कुल 210 पिलर बनाने का काम अभी बाकी है। जीरो माइल से आईएसबीटी तक पाइलिंग का कार्य भी शुरू किया जा चुका है। इसके अलावा पटना आईएसबीटी मेट्रो डिपो और आईएसबीटी स्टेशन के लिए रानीपुर और पहाड़ी में 76 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किए जाने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। सरकार की तरफ से भूमि अधिग्रहण के लिए पटना जिला प्रशासन को 1,000 करोड़ की राशि जारी की गई है। मालूम हो कि पटना मेट्रो परियोजना की अनुमानित लागत 13,365.77 करोड़ रुपये है, जिसमें भूमि अधिग्रहण का मूल्य शामिल नहीं किया गया है।

Manish Kumar