इलेक्ट्रिक या CNG? कौन सी कार है बेस्ट, खरीदने का है मूड तो जान ले दोनों के फायदे-नुकसान

हाल ही में सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इलेक्ट्रिक हाईवे (Electric Highway) की खबर को साझा करते हुए यह बताया कि देश में जल्द ही पहला इलेक्ट्रिक हाईवे बनने वाला है। इलेक्ट्रिक हाईवे की खबर के साथ ही लोगों में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर जिज्ञासा बढ़ गई है। लोग ई-वाहनों के बारे में व उससे जुड़े फायदे को लेकर जानना चाहते हैं। सरकार का कहना है कि सरकार ने बढ़ते प्रदूषण और महंगाई को देखते हुए ई-वाहनों को बढ़ावा देने के लिए ई-हाईवे बनाने का फैसला किया है। ऐसे में आइए हम आपको इलेक्ट्रिक वाहनों (Benefits of Electric Car) के फायदे-नुकसान के बारे में बताते हैं और साथ ही बताते हैं कि यह कैसे आपके लिए फायदेमंद होगा।

Electric Car and Fuel Car
Social Media

इलेक्ट्रिक कार व पेट्रोल डीजल कार की लागत में अंतर

डीजल पेट्रोल कार की तुलना में मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक कारों की कीमत (Electric Car and Fuel Car Price Difference) ज्यादा है। यही कारण है कि मौजूदा समय में यह कार आपके बजट से बाहर हो सकती है। ऐसे में जहां एक सामान्य डीजल कार औसतन 5 लाख रूपये में खरीदी जा सकती है, तो वही इलेक्ट्रिक कार की कीमत 20 लाख रूपये से भी ऊपर है। उदाहरण के तौर पर बता दे हुंडई कोना जोकि इलेक्ट्रिक कार है, उसकी कीमत 25 लाख रूपये के करीब है। हालांकि कार कंपनी कम कीमत की इलेक्ट्रिक कारों को भी बनाने की जुगत में जुटी हुई है।

Electric Car and Fuel Car
Social Media

इलेक्ट्रिक कार पेट्रोल डीजल कार इंजन में आने वाला खर्च

कार खरीदने के बाद सबसे बड़ी मुसीबत हर दिन उस पर आने वाला खर्च बनता है। ऐसे में इलेक्ट्रिक वहीक्ल पेट्रोल डीजल की कारों की तुलना में काफी सस्ता है। इलेक्ट्रिक कार का ईधन खर्च डीजल पेट्रोल कार (Electric Car and Fuel Car Maintenance) की तुलना में बेहद कम आता है, लेकिन इन कारों की चार्जिंग एक बड़ी समस्या है क्योंकि भारत में मौजूदा समय में पावर चार्जिंग स्टेशन नहीं है। वहीं सरकार इस दिशा में कार्य कर इस मुसीबत का समाधान करने में जुटी हुई है।

Electric Car and Fuel Car
Social Media

इलेक्ट्रिक कार और पेट्रोल डीजल कार का मेंटेनेंस खर्च

कार खरीदने के बाद उसे प्रयोग में लाने के बाद उस पर आने वाला मेंटेनेंस खर्च आपकी बड़ी लागत का हिस्सा होता है। ऐसे में मेंटेनेंस के मामले में इलेक्ट्रिक कार बेहद कम खर्चा लेती है, जो कि पारंपरिक टूल वाली कार में इंटरनल कम्बस्चन इंजन का प्रयोग किया जाता है, जिसके कारण इंजन ऑयल एंड ट्रांसमिशन को बदलने पर समय-समय पर खर्चा लगता है लेकिन इलेक्ट्रिक कारों में यह सब खर्च नहीं होते।

इलेक्ट्रिक कार उसकी बैटरी को लेकर एक सीमित समय पर खर्चा जरूर मांगती है। बता दे इलेक्ट्रिक कारों की बैटरी टाइमिंग 10 से 15 साल की होती है। ऐसे में इलेक्ट्रिक कार की बैटरी पर आने वाला खर्च करीबन 70 हजार से 1 लाख रूपये तक होता है। ओवरऑल तौर पर देखा जाए, तो इलेक्ट्रिक कार पर पेट्रोल डीजल कार के मुकाबले मेंटेनेंस और डेली रूटीन का बेहद कम खर्चा आता है।