बिहार स्टेट हाइवे भी नेशनल हाइवे की तरह होगी चमाचम, जाने क्या है सरकार की गति-शक्ति योजना

बिहार के कई स्टेट हाईवे को नए सिरे से नेशनल हाइवे के रूप मे अपग्रेड किए जाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से पथ निर्माण विभाग से एनएच (NH) में अपग्रेड कराए जाने वाले सड़क की सूची मांगी गई है। यह विभाग पर छोड़ दिया गया है कि वे किन किन सड़को को NH में अपग्रेड कराने के इच्छुक हैं। आपको बता दें कि लगभग आधा दर्जन सड़कों का चयन स्टेट हाइवे की उन सड़कों से किए जाएंगे जिन्हें एनएच में लिए जाने को ले सैद्धांतिक सहमति पहले ही मिल चुकी थी। केंद्र सरकार की गति-शक्ति योजना के अंतर्गत कई सड़को को एनएच में बदला जाना है, जिसके पूर्व में सहमति मिल चुकी है।

50 से अधिक सड़कों को छह वर्ष पहले मिली थी सैद्धांतिक सहमति

करीब छह साल पूर्व 50 से अधिक स्टेट हाइवे को एनएच में अपग्रेड किए जाने को लेकर सैद्धांतिक सहमति बनी थी। दो चरणों में स्टेट हाइवे को एनएच में शामिल किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी भी प्रदान की गई थी। कई सारे स्टेट हाइवे ऐसे भी थे जो कई एनएच से ज्यादा बेहतर तरीके से मेंटेन थे। तब राज्य सरकार की तरफ से इन सड़कों को एनएच में अपग्रेड किए जाने से मना कर दिया गया था। इसके बाद अन्य सड़कों का मामला भी अटक गया। स्टेट हाइवे को एनएच में बनाए जाने को ले कुछ सड़कों का डीपीआर भी बना था लेकिन फिर भी मामला अटका हुआ था।

क्या है सरकार की गति-शक्ति योजना?

केंद्र सरकार की गति-शक्ति योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में एनएच सड़को का निर्माण किए जाने की योजना है। अतः उन सड़कों की सूची मांगी गई है जिन्हें पूर्व में एनएच में अपग्रेड किए जाने को ले सैद्धांतिक सहमति बनी थी। इस श्रेणी के तहत लगभग 400 किमी सड़कों का निर्माण किया जा सकता है। कहा जा रहा कि इस बात की सम्भावना है कि एनएचएआई की बजाय इन सड़कों का निर्माण सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से कराया जाए।

Manish Kumar