बिहार में अब होगी सेब की खेती, सरकार देगी 50 फीसदी सब्सिडी

अब बिहार में सेब की खेती की जायेगी। दरअसल ऐसे सेब की प्रजाति विकसित जिसकी खेती 45 डिग्री तापमान में की गई है। लगभग 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में इसके खेती की शुरुआत की जाएगी। 10 हेक्टेयर रकबा में कृषि विभाग और 10 हेक्टेयर पर इसमें रुचि रखने वाले किसानो द्वारा इसकी बागवानी की जायेगी। विभाग द्वारा किसानों को इसके लिए 50 फीसदी की सब्सिडी भी दी जाएगी।. एक हेक्टेयर में लभभग ढाई लाख रुपये की लागत आयेगी।

विशेष उद्यानिक फसल (निजी और सार्वजनिक क्षेत्र ) योजना के तहत बिहार में सेब की खेती की शुरुआत की जाएगी। कृषि विभाग द्वरा पहली बार सेब को बागवानी को इस नयी योजना में शामिल किया गया है। कृषि विभाग के मुताबिक, सेब एक शीतोष्ण (कम तापमान वाली फसल) फल है। बिहार में भले ही इतनी कम तापमान ना हो, लेकिन सेब की हरिमन-99 प्रजाति को विकसित किया गया है। इस प्रजाति को बिहार में उपजाया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि औरंगाबाद, वैशाली, बेगूसराय व भागलपुर में सेब की बागवानी का अनुभव बेहतर रहा है। यहां प्रयोग सफल रहने के बाद कृषि विभाग द्वारा राज्यभर में अक्तूबर से फरवरी के बीच इसकी बागवानी कराए जाने का फैसला लिया गया है। कृषि विभाग सेंटर आॅफ एक्सीलेंस द्वारा देसरी में 10 हेक्टेयर में सेब पैदा किया जाएगा।

निजी क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न जिलों के किसानों को इस योजना से जोड़ा जायेगा। सेब की बागवानी को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार द्वारा किसानों को प्रति हेक्टेयर पर ढाई लाख रुपये तीन किस्तों में दिए जाएंगे। पहली किस्त में अनुदान का 60 फीसदी दिया जाएगा। बाकी बचे अनुदान दो समान किस्तों में दिए जाएंगे।

उत्तर बिहार के जिलों की जलवायु सेब के लिए अनुकूल

डॉ राजेंद्र प्रसाद कृषि विवि, पूसा के निदेशक ( अनुसंधान ) डाॅ एसके सिंह के मुताबिक सेब की उन्नत खेती सामान्यत ठंडे राज्यों में ही होती है। मैदानी क्षेत्र में खेती के लिए हरिमन-99 प्रजाति को विकसित किया गया है। यह 45 डिग्री तापमान पर भी अनकूल है। गया, नवादा अरवल आदि दक्षिण बिहार के जिलों को छोड़ उत्तरी बिहार के सभी जिलों में सेब की खेती के लिए अनुकूल स्थिति पाई गई है।

Manish Kumar