पटना मेट्रो मे बनाए जाएगें 26 मेट्रो स्टेशन, खेमनीचक और पटना स्टेशन दो महत्वपूर्ण पड़ाव होंगें

पटना मेट्रो को जल्द ही शुरू किए जाने के उद्येश्य से शहर के कई इलाकों में तीव्र गति से निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। मेट्रो के दोनों कॉरिडोर के लिए तकरीबन एक दर्जन प्वाइंट पर पिलर व रूट निर्माण किया जाना है। इसके लिए खुदाई का काम शुरू किया जा चुका है। फर्स्ट स्टेज के अंतर्गत चयनित पटना मेट्रो के 32.5 किमी लंबे रूट में से 14 किमी रूट एलिवेटेड यानी सड़क के ऊपर बनाया जाना है। इन जगहों पर निर्माण कार्य शुरू किया जा चुका है। इस निर्माण कार्य के पूरा होने के बाद अंडरग्राउंड रूट वाले करीब 18.5 किमी रूट पर भी निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। पटना मेट्रो के लिए पटना स्टेशन व खेमनीचक दो महत्वपूर्ण पड़ाव होंगे। इन इंटरचेंज स्टेशनों से गाड़ियां बदली जा सकेंगी।

26 मेट्रो स्टेशन बनेंगें

पटना मेट्रो के दोनों रूट पर 26 स्टेशन का निर्माण किया जाना है। 13 स्टेशन एलिवेटेड (ऊपर), जबकि 13 स्टेशन अंडरग्राउंड बनाए जाएंगे। एलिवेटेड रूट का ज्यादातर हिस्सा कंकड़बाग व बाइपास इलाके में पड़ता है, इसलिए ज्यादातर निर्माण कार्य उधर ही किए जा रहे हैं।मीठापुर, रामकृष्णा नगर, जगनपुरा, खेमनीचक, मलाही पकड़ी, भूतनाथ रोड, जीरो माइल व पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के पास सड़क की घेराबंदी कर खुदाई का काम किया जा यहा है। इसके बाद पिलर निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।

सर्वे का काम हो चुका है पूरा

पटना मेट्रो के निर्माण के लिए एरियल सर्वे, टोपोग्राफिकल सर्वे, ट्रैफिक वॉल्यूम सर्वे और दोनों कॉरिडोर के लिए जियोटेक्निकल काम पूरा किया जा चुका है। सड़क किनारे रूट के लिए पथ निर्माण विभाग से मार्च 2021 में ही मंजूरी मिल चुकी है। जीरो माइल, मीठापुर, दानापुर और सगुना मोड़ पर स्टेशन के लिए भी एनओसी मिल चुकी है। इन्वायरमेंटल इंपैक्ट असेसमेंट और सोशल इंपैक्ट असेसमेंट का काम भी पूरा किया जा चुका है। भूमि अधिग्रहण का काम किया जा रहा है और यह भी प्रक्रिया मे है।

आइएसबीटी बैरिया के पास ही जमीन के अधिग्रहण मे अवि है देरी

पटना मेट्रो के डिपो के लिए आइएसबीटी बैरिया के पास ही जमीन के अधिग्रहण किए जाने का काम अभी बाकी है। इसके लिए पटना जिला प्रशासन के स्तर पर अधिसूचना जारी की जानी है। अधिसूचना जारी किए जाने के बाद अधिगृहीत की जाने वाली जमीन का रकबा व क्षेत्र तय हो जायेगा। फिर प्रशासन के स्तर पर मुआवजा देकर जमीन की अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू हो जायेगी। मेट्रो डिपो के लिए प्रस्तावित 76 एकड़ जमीन के अधिग्रहण के लिए लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग की तरफ से पटना जिला प्रशासन को 1000 करोड़ रुपये का आवंटन किया जा चुका है।

पटना मेट्रो अथॉरिटी का अपना ग्रिड व बिजली सिस्टम होगा

निर्माण के विभिन्न कार्य अलग-अलग एजेंसियों को सौंपे जाने हैं। रूट बनाने का काम अलग एजेंसी कर रही है, जबकि 26 जगहों पर स्टेशन निर्माण का काम अलग एजेंसी को दिया गया है। मेट्रो के संचालन के लिए पटना मेट्रो अथॉरिटी का अपना ग्रिड व बिजली सिस्टम होगा, इसके लिए टेंडर जारी किया जा चुका है। इसके लिए नोडल एजेंसी दिल्ली मेट्रो द्वारा इसी माह एजेंसी का चयन किया जाना है।

Manish Kumar