आन्ध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की एक घटना इन दिनों चर्चा मे बनी हुई जहां एक जनसेवक और सख्त प्रशासनिक व्यवस्था की नजीर पेश करती है। खाद की खरीद मे किसानों के साथ हो रहे धोखाधड़ी की जांच करने के लिए सब कलेक्टर जी सूर्या परवीन चंद खाद की दुकान मे किसान के भेष मे पँहुच गए।

उन्होनो इतनी सादगी से किसान के भेष को अपनाया कि किसी को शक तक नहीं हुआ और खाद दुकानदारो के गोरखधन्धा का पर्दफाश हो गया। आईएएस पदधिकारी के सामने ही दुकानदारो के अवैध वसूली का दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।इस दौरान आईएएस पदाधिकारी जी सूर्या परवीन चंद (IAS Officer G Surya Praveen Chand) ने खुद देखा कि दुकानदार तय मूल्य से अधिक पर यूरिया बेच रहे थे । इतना ही नही खाद की खरीद को लेकर किसान ग्राहक को कोई बिल भी नहीं दिया जा रहा था। इस दौरान दुकानदार द्वारा की गई जमाखोरी का भी खुलासा हुआ क्यूँकि उसने गोदाम में खाद भर रखे थे।

@sushilrTOI नाम के यूजर ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर किया है, इसमें खाद लेते हुए दिख रहा शख्स कोई और नहीं, बल्कि आईएएस परवीन चंद है। अब यह खबर वायरल हो गई है। लोग इस प्रशासनिक अधिकारी के मुरीद हो गए हैं तो वहीं अवैध वसूली करने वाले व्यापारियो मे खौफ है।
अधिकारी ने लिया एक्शन

जानकारी के मुताबिक इलाके एक दुकानदार द्वारा किसान के साथ हो रही इस धोखाधड़ी के बारे मे आईएएस जी परवीन चंद को सुचित किया गया था और उक्त दुकानदार के खिलाफ शिकायत भी दर्ज करायी गई थी। जिसके बाद आईएएस ने उन्होंने खुद जांच करने के लिए शुक्रवार को यह अकग ढंग का कदम उठाया। रिपोर्ट के मुताबिक, जांच के क्रम में दो दुकानदार हेराफेरी करते पकड़े गए। दोषी दुकन्दारो की दुकानों को सीज कर लिया गया है। ये दुकानदार 266.50 की कीमत वाली खाद को 280 रुपये में बेचते हुए पाए गए और इस दुकानदार पर यह भी आरोप है कि ये दुकानदार ग्राहकों की आधार डिटेल भी नहीं ले रहे थे।