2015 मे नरेंद्र मोदी के द्वारा दिये गए बिहार पैकेज के 54,700 करोड़, जाने कहाँ और कितने खर्च हुए ?

साल 2015 पीएम नरेन्द्र मोदी ने बिहार के चहुमुखी विकास के लिए भारी भरकम राशि कि बिहार पैकेज घोषित की थी, लेकिन पैकेज घोषित करने के छ्ह सालो बाद भी कई सारी परियोजनाओ पर काम शुरू नहीं किया जा सका है। इस पैकेज मे शामिल परियोजना के अंतर्गत सड़क और पुल की केवल 18 परियोजनाओ का काम पूरा किया गया है। बिहार से राज्‍यसभा सदस्‍य और पूर्व उपमुख्‍यमंत्री सुशील कुमार मोदी के सवाल का जवाब देते हुए यह जानकारी खुद केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सदन में सोमवार के दिन दी।

90 परियोजनाओं पर काम चल रहा है

केंद्रीय नितिन गडकरी मंत्री ने बताया कि बिहार पैकेज में से 54,700 करोड़ रुपये की लागत से सड़क व पुल-पुलिया की 90 परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है, 18 परियोजनाएं पर काम पुरा किया जा चुका है, 40 परियोजनाए ऐसी से जिस पर काम चल रहा है, जो जल्द ही पूरी हो जायेगी। इनमें से कई के काम 60 से 94 फीसद तक पूरे चुके हैं। सदन मे केन्द्रीय मन्त्री द्वारा यह भी बताया गया कि 31 मार्च, 2021 तक पीएम पैकेज के तहत बिहार की सड़क परियोजनाओं पर कुल 16,890 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं, जबकि अभी पैकेज मे से और रूपयो को विभिन्न परियोजना पर खर्च किया जाना बाकी है।

ये सब हो गयी पूरी

इनमे से पाँच परियोजनाएं ऐसी है जो अवार्ड कर दी गई है, लेकिन अभी तक इस पर काम शुरु नहीं किया गया है। जबकि तीन परियोजनाएं ऐसी है जो निविदा चरण मे है तथा शेष 24 परियोजनाएं अभी डीपीआर चरण में हैं। भागलपुर बाइपास, बिहारशरीफ-बरबीघा-मोकामा, छपरा-रेवाघट-मुजफ्फरपुर सहित 18 सड़क परियोजनाओ का काम पुरा किया जा चुका है तो वहीं फतुहा-बाढ़, सीतामढ़ी-जयनगर, जयनगर-नरहिया और पटना में महात्मा गांधी सेतु का निर्माण व पुनर्स्थापना सहित 40 परियोजनाओं के कार्य प्रगति पर हैं जो आनेवाले दिनों मे जल्द ही पूरा हो जाएगा। दरअसल नेशनल हाइवे की कई सारी परियोजनाएं इसलिए अधर मे है क्योंकि जमीन अधिग्रहण करने मे समस्या आ रही है। पटना हाई कोर्ट भी इस विषय पर सरकार से सवाल कर चुकी है। परियोजना के चिह्न‍ित जमीन समय के अधिग्रहण नहीं हो पाने से एजेंसियां काम में हाथ लगाने से परहेज करती हैं।

Manish Kumar

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