बिहार मे अगले तीन चार दिन उमस भरा रहेगा मौसम, अभी बारिश के नहीं है आसार

बिहार मे जून के पूरे महीने मे झमाझम बारिश होती रही, लेकिन जुलाई मे जून की अपेक्षा कम बारिश हुई है। मौसम विभाग ने इससे जुड़ा एक आंकड़ा जारी किया है, जिससे यह पता चलता है कि जून महीने मे 401 मिलीमीटर बारिश हुई लेकिन जुलाई के 22 दिन गुजर जाने के बाद महज 135 मिलीमीटर बारिश हुई है। यानी कि जुलाई के शुरुआती 20 दिन मे अर्थात आषाढ़ में महज 6.4 मिलीमीटर प्रतिदिन बारिश हुई है। इससे पहले रोजाना 13.36 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि अब मौसम मे उमस का प्रभाव है और अगले चार दिनों तक यही स्थिति बनी रहेगी। मौसम विभाग ने बताया कि फिलहाल राज्य मे मानसून कमज़ोर पड़ चुका है और अगले तीन -चार दिनों तक बारिश होने की कोई उम्मीद नहीं है।

अभी कोई मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं

IMD (पटना) से यह जानकारी मिली है कि अभी कोई मानसूनी सिस्टम सक्रिय नहीं है। बारिश ना होने से गर्मी मे अभी और वृद्धि होगी और फिलहाल उमस भरी गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग के मुताबिक अभी बिहार से ना तो कोई ट्रफ लाइन गुजर रही, ना ही बिहार या आस पास कोई कम दबाव का केंद्र बन रहा है। बंगाल की खाड़ी मे जो कम दबाव का क्षेत्र बना था, वह भी अब कमज़ोर पड़ने लगा है। जुलाई के अंत मे बंगाल की खाड़ी मे दबाव का नया क्षेत्र विकसित होने की संभावना है, तब फिर से बिहार मे मानसून सक्रिय हो जाएगा। हलान्कि मौसम विभाग ने इन पाँच दिनों मे राज्य मे कहीं कहीं आंशिक बारिश की सम्भावना जताई है। मौसम विभाग ने 26-28 जुलाई के बीच नेपाल से सटे जिलों मे झमाझम बारिश और वज्रपात की सम्भावना जताई है।

पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार ने बताया है कि एक-दो दिनों में यह साफ पता चल जाएगा कि 25 जुलाई के बाद किन-किन जिलों में बारिश की संभावना ज्यादा या कम बन रही है। दरअसल, बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव का केंद्र भी अब तक मे मानसून को बिहार की तरफ धकेल नहीं पाया है। इस वजह से मानसून का प्रभाव कम हो गया है। हालांकि, लोकल गर्मी और नमी की बढ़ी हुई मात्रा के कारण समय समय पर सामान्य से मध्यम बारिश होती रहने की सम्भावना है।

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