बिहार की बेटी अंजना कुमारी ने विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में 199 स्थान प्राप्त करके बिहार का नाम गौरवान्वित किया है। अंजना कुमारी विश्व बैडमिंटन रैंकिंग में 200 रैंकिंग में पहुंचने वाली बिहार की पहली खिलाड़ी है। अंजना कुमारी औरंगाबाद के दाउदनगर प्रखंड के रतनपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने 2012 में मात्र 12 साल की उम्र में बैडमिंटन में अपने कैरियर की शुरुआत की थी। अपने बेहतर प्रदर्शन से यह 2 वर्ष के अंदर ही राष्ट्रीय स्तर पर गोवा राज्य की प्रतिनिधित्व करने लगी थी। 2015 में बिहार के अंजना कुमारी गोवा में अलग-अलग कैटेगरी में नंबर वन खिलाड़ी घोषित की गई।
पिता गोवा के कस्टम कार्यालय में ही नौकरी करते हैं
गौरमतलब है कि अंजना के पिता को शैलेंद्र कुमार गोवा के कस्टम कार्यालय में ही नौकरी करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे काफी खुशी होगी अगर मेरी बेटी अंजना को बिहार के लिए खेलने का मौका मिलता है। अंजना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अक्टूबर 2019 से भाग लेना शुरू किया।उन्होंने कुछ ही दिनों में प्रतियोगिताओं में भाग लेकर विश्व की सर्वश्रेष्ठ 250 खिलाड़ियों में अपना स्थान बना लिया। अंजना ने विश्व रैंकिंग में 25 भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ियों में भी शामिल हो गई। इस लिस्ट में पूर्व की नंबर वन खिलाड़ी और ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल तथा ओलंपिक में रजत पदक विजेता पीवी सिंधु भी शामिल है।
फरवरी 2020 में ईरान के सिराज और फिर फरवरी 2021 में युगांडा की राजधानी कंपाला में आयोजित अंतरराष्ट्रीय चैलेंज बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में अंजना क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने में सफल रही। 2020 में जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की 5 सबसे तेज उभरते हुए महिला खिलाड़ियों में एक स्थान अंजना का भी है।
बिहार की खिलाड़ी इस रैंकिंग पर पहुँचने वाली पहली खिलाड़ी
काफी दिनों से प्रतियोगिताओं के स्थगित के बाद जब 2021 में फिर से प्रतियोगिता स्टार्ट हुई तो अंजना विश्व के 200 श्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल हो गई। वहीं भारतीय महिला खिलाड़ियों की सूची में वह 24 से 18 पर स्थान पर पहुंच गई है। राष्ट्रीय स्तर पर अंजना ने सीनियर कैटेगरी में 27 वां स्थान हासिल किया है। अभी वर्तमान में वह राष्ट्रीय स्तर पर 48 में स्थान पर है। अभी तक कोई भी बिहार की खिलाड़ी इस रैंकिंग पर नहीं पहुंच पाया है ।2018 में वर्ल्ड स्कूल फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित बालिका बैडमिंटन प्रतियोगिता के सेमीफाइनल में जब भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था तो उस समय अंजना अपने मुकाबले के दोनों सिंगल मैच और डबल मैच में फाइनल तक पहुंचने में सफल रहे थी।
नेशनल गेम्स में मिला मेडल
वही अंजना की मैडल की बात करें तो अंजना को पहला मेडल 2015 में नेशनल गेम्स में मिला। इसमें अंजना ने कांस्य पदक अपने नाम किया। अंजना ने जो भी अभी तक हासिल किया है वह उनके कठिन मेहनत और हौसला के बदौलत किया। अभी भी फिलहाल वो किसी भी एकेडमी से जुड़ी हुई नहीं है। अंजना एक खिलाड़ी के साथ-साथ एक चित्रकार भी है। 2011 में केंद्र सरकार द्वारा ऊर्जा संरक्षण पर आयोजित प्रतियोगिता में अंजना शामिल होकर टॉप 20 में अपना जगह बनाई थी ।
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