दिल्ली विधानसभा के भीतर एक सुरंग पाया गया है। यह सुरंग दिल्ली विधानसभा से शुरू होकर लाल किले तक जाती है। यह सुरंग अब आम लोगों के लिए भी खोला जा चुका है। दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष सुरंग के बारे मे बताते हैं कि इसके इतिहास कोई ठोस जानकारी नहीं है। लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि अंग्रेज इसका इस्तेमाल करते होंगे।
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल कहते हैं कि विधानसभा के अंदर बनी सुरंग और फांसी घर को सामान्य नागरिकों के लिए खोलने की तैयारी पूरी कर ली गई है। पर्यटन विभाग की तरफ से शनिवार और रविवार को पर्यटको को विधानसभा में आने की अनुमति दी जा सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि आजादी के 75वें वर्ष के वर्षगांठ पर 26 जनवरी या 15 अगस्त तक इसे सामान्य नगरिको के लिए खोलकर एक नया स्वरुप दिया जा सकता है। विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी बताया कि उन्होंने इस सुरंग के बारे में पहली बार साल 1993 में सुना था, तब वे पहली बार विधायक बने थे। लेकिन इस सुरंग के इतिहास के बारे मे कोई खास जानकारी नहीं है। सरकार ने भी अब आगे खुदाई नहीं करने का फैसला लिया है। पहले से ही रास्ता कई लोकेशन पर ब्लॉक है। इसे शीघ्र ही लोगों के लिए खोलने की तैयारी की जा रही है।
7 मार्च 1952 को दिल्ली विधानसभा का गठन हुआ था। जानकारी के मुताबिक विधानसभा के भवन ई मोंटेग थॉमस के द्वारा साल 1912 में डिजाइन किया गया था। ऐसा कहा जा रहा है कि उसी समय सुरंग का भी निर्माण किया गया था, ऐसे मे इस सुरंग को 100 साल से ज्यादा पुराना माना जा रहा है।