जीतन राम मांझी भी शराबबंदी कानून पर उठाए सवाल, नीतीश कुमार से की ये मांग

बिहार में जब से जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव को बिहार का बेटा और युवा नेता कहा तब से सूबे की सियासत इस कड़क सर्दी में भी गर्म हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री रह चुके और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी की एक मांग ने नीतीश कुमार के टेंशन बढ़ा दी है. इस बार जीतन राम मांझी ने बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर नीतीश कुमार से एक मांग की है जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए शराबबंदी के मामले में जेल में बंद लोगों को रिहा करने की बात कही है.

जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा

शराबबंदी क़ानून को सख़्ती से लागू करने के लिए नीतीश कुमार को बंधाई। परन्तु अनुरोध है कि वैसे गरीब जो शराबबंदी क़ानून के तहत छोटी गलती के लिए तीन महीने से जेल में बंद हैं उनके जमानत की व्यवस्था सुनिश्चित करवाएं। उनके परिवार के मुखिया के जेल में बंद रहने के कारण उनके बच्चे भूखें हैं।

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने उन दोषियों के परिवारों का हवाला दिया है. जिनमें उन्होंने लिखा उनके परिवार के मुखिया के जेल में बंद रहने के कारण बच्चे भूखे हैं. आपको बता दें कि बिहार में पिछले कई सालों से शराबबंदी कानून लागू है इसके तहत सजा और जेल का प्रावधान है. बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर राजनीति गर्म है बिहार में कांग्रेस के 2 बड़े नेताओं ने इस कानून को खत्म करने की भी मांग की है और ऐसे में मांझी की यह मांग राजनीति के नजरिए से देखा जा रहा है.

बुधवार को कांग्रेस के दो बड़े नेताओं राज्य सभा नेता अखिलेश सिंह और कांग्रेस विधायक दल के नेता जी शर्मा ने इस कानून को खत्म करने की मांग की थी. जीतन राम मांझी की इस ट्वीट से बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है.

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हालांकि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के इस ट्वीट पर जदयू नेता नीरज कुमार ने सफाई देते हुए कहा कि मांझी हमारे घटक दल का हिस्सा है. उन्होंने जो भी मांग रखी है उस पर एनडीए के सभी नेता विचार करेंगे. इस कानून के लिए सभी ने मिलकर शपथ लिया था शराबबंदी का कानून बिहार को बदलने वाला है.

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