बिहार लोक सेवा आयोग ने बीपीएससी 64वां फाइनल रिजल्ट 2021 घोषित कर दिया हैं। इसमें कुल 1454 परीक्षार्थी सफल हुए हैं। इस परीक्षा में एक ऐसा परीक्षार्थी भी सफल हुआ है जिसके आत्मविश्वास को देख 26 साल पहले नीतीश कुमार भी कायल हो गए थे। तब वह दूसरी कक्षा का छात्र था और नीतीश कुमार मुख्यमंत्री नहीं बल्कि सांसद थे।
1994 की है बात

साल 1994 में नीतीश कुमार की एक सभा मरांची में थी। उस समय नीतीश कुमार लालू प्रसाद से अलग होकर चुनाव लड़े थे और जीत कर समता पार्टी के सांसद बने थे। नीतीश की इस जीत के बाद मरांची के लोगों ने कुमार के स्वागत में एक अभिनंदन समारोह आयोजित किया था। तब दूसरी क्लास में पढ़ने वाले एक बच्चे ने मंच पर आकर भाषण दिया था। उस छोटे से बच्चे की प्रतिभा देख तब नीतीश कुमार हैरान रह गये थे। उस बच्चे का नाम अमन है।

मोकामा के मरांची के अमन कुमार ने बीपीएससी 64वीं संयुक्त परीक्षा में सफलता पाकर क्षेत्र का नाम ऊंचा किया है। उसने 161वां रैंक लाया है। अमन ने चंडीगढ़ से पढ़ाई पूरी की और आज बीपीएससी परीक्षा में सफल हो गया है। चंडीगढ़ से सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद अमन एक बड़े प्राइवेट कंपनी में काम रहे थे। मगर जॉब के बावजूद उन्होंने पढ़ाई नहीं छोड़ी। अमन यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे, इस दौरान उन्होंने बीपीएससी की परीक्षा दी। चार साल बाद बीपीएससी का रिजल्ट जारी होने पर वो वो उसमें सफल हुए हैं। अमन के पिता संजय कुमार किसान हैं। उनकी एक बहन भी है।
आपको बता दें इस बार बिहार प्रशासनिक सेवा के अनुमंडल पदाधिकारी-वरीय उप समाहर्ता के लिए 28, बिहार पुलिस सेवा के लिए 40, वाणिज्य कर पदाधिकारी के लिए 10, बिहार कारा सेवा के कारा अधीक्षक के लिए 2, आपूर्ति निरीक्षक के लिए 223, राजस्व अधिकारी और समकक्ष के लिए 571, नगर कार्यपालक पदाधिकारी सात, प्रखंड पंचायत पदाधिकारी के लिए 133 पद पर चयन हुआ है.