बिहार मे यास तूफान के दौरान घर पर गिरी बिजली, पर बजरंगबली ने बचा ली परिवार की जान ऐसे

बिहार में भी यास का अच्छा खासा असर देखने को मिल रहा है। हर तरफ जलजमाव और लगतार बारिश इसका सबूत है। ऐसे में कई लोगो को जान माल तक का नुकसान हुआ है। इसी कड़ी मे शेखपुरा जिला के एक गांव कोरमा में रात छत पर बिजली गिरने से घर वालो को जान माल का खतरा होते होते बचा है।

बिहार में भी यास तूफान अपना पावँ पसार चुका है। लगातार हो रही बारिश इसका सबूत है। मौसम विभाग द्वारा भी अगले 2 से 3 दिन तक ऐसा ही मौसम रहने की बात काही गयी है। राज्य के कई शहरों में लोगो को अपनी जान माल का भी खमियाज़ा भुगतना पड़ा है। इसी बीच शेखपुरा से एक बड़ी घटना सामने आई है जिसमे एक पूरा परिवार खत्म होते होते रह गया।


दरअसल हुआ यूं कि घटकुसुम्भा प्रखंड अंतर्गत कोरमा थाना क्षेत्र के कोरमा गांव में शुक्रवार की रात घर की छत पर वर्जपात होने पर भी घर वाले सुरक्षित बच गए। छत की दीवारें तक झतिग्रस्त हो गयी मगर घरवालो को कुछ नही हुआ और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उस घर के छत पर एक ध्वजा लगाया हुआ था जिसपर वर्जपात होते ही वो खंडित हो गयी और एक बड़ा हादसा होने से टल गया।

ध्वजा खंडित पड़ा था

ये हादसा जिनके घर पर हुआ उनका नाम प्रदुम्न कुमार है। घटने की जानकारी देते हुए प्रदुम्न ने बताया कि रात को खाना खा कर सभी लोग जल्दी सो गए थे। तभी अचानक आधी रात में मूसलाधार बारिश शुरू हो गयी थी। बारिश के दौरान ही जोरदार बिजली कड़की और घर के छत पर गिरी। तेज़ आवाज़ होने के कारण घर के सभी सदस्य डर गए और उठ कर बैठ गए। डरते हुए ही जब सबने छत पर जाकर देखा तो वहाँ ध्वजा टूटा हुआ खंडित पड़ा था। इससे पता चला कि वर्जपात ध्वजा पर हुआ था जिसके कारण सभी सदस्य बाल बाल बच गए थे।

इस वजह से बची जान

विज्ञान के द्वारा भी ये कहा जाता है कि घर के छत पर लगी ध्वजा चालक का कार्य करती है। विज्ञान के जानकार सुधांशू शेखर कहते है कि घर की छत पर लगी ध्वजा भले ही आध्यात्मिक या धर्मिक हो लेकिन ये बरसात में तड़ित परिचालक का कार्य भी करती है। इसी के कारण आज लोगो की जान बच पाई थी। उन्होंने कहा गांव के छोटे घरो में ध्वजा इस तरह का वर्जपात रोक लेती है।

Manish Kumar

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