बिहार का मनाली है ये टुरिस्ट पैलेस, करकतगढ़ जलप्रपात का अद्भुत दृश्य देख हो जाएंगे मोहित

बिहार में अनेकों पर्यटन स्थल है। कैमूर रोहतास की पहाड़ियों की प्रकृति की गोद में बसे ऐसा ही खूबसूरत जगह है, जहां आप अपना समय शानदार तरीके से गुजार सकते हैं। कैमूर के चैनपुर ब्लॉक के रामगढ़ पंचायत का करकटगढ़ जलप्रपात एक ऐसा ही खूबसूरत ठिकाना है। प्राकृतिक के अद्भुत दृश्य को देख यहां आने वाले लोग आनंदित हो जाते हैं, पहाड़ों से गिरता पानी, हवा के ठंडी झोंके और मधुर संगीत सैलानियों को अपनी ओर लुभाती हैं। पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से बनाए गए को पार्क में छोटे बच्चों को खूब आनंद आता है। जो भी लोगों एक बार करकटगढ़ जलप्रपात का नजारा देखने आते हैं, वह दोबारा यहां जरूर आते हैं।

Karkatgarh Falls

बता दें कि साल 2019 के जनवरी महीने में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहली बार यहां पहुंचे थे और यहां शानदार दृश्य को देख खूब आनंदित हुए। उन्हें तत्काल रुप से अधिकारियों की बैठक करते हुए करकतगढ़ पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने का आदेश दिया। वन विभाग ने करकतगढ़ जलप्रपात को नया लुक दिया। पहाड़ के शानदार नजारा को देखने के लिए झूले का निर्माण किया गया। इको पार्क का निर्माण किया गया। बीच में कोविड के‌ वजह से निर्माण  प्रभावित रहा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अचानक 28 मई 2022 को करकतगढ़ का दौरा निर्धारित हुआ। सीएम ने बताया कि भविष्य में करकतगढ़ में बेहद बदलाव देखने को मिलेगा।

Karkatgarh Falls

बड़ी संख्या में मगरमच्छ है मौजूद 

करकतगढ़ में बनाया गया इको पार्क बेहद शानदार है। भारत में जंगली जानवरों के पुतले इस तरह से लगाए गए हैं, जो असली जानवरों की तरह दूर से देखने पर लगते हैं। तालाब के साइड में मगरमच्छ, जंगल में दौड़ता बाघ और पैरों पर चढ़ते भालू का शानदार दृश्य बच्चों को अपनी ओर लुभाता है। बड़ी तादाद में छुट्टी के दिनों में स्थानीय इलाके के लोग भी करकतगढ़ का भ्रमण करने पहुंच रहे हैं। बता दें कि यह जलप्रपात मगरमच्छों के कुंड के लिए जाना जाता है। पहाड़ के ऊपर से गिर रही तेज जलधारा के वजह से नीचे कुंड है, जहां बड़ी संख्या में मगरमच्छ हैं। पहाड़ के ऊपर वाले तल पर भी मगरमच्छ को कभी-कभी देखा जाता है। सुरक्षा के नजरिए से कुंड के नजदीक लोगों को जाने पर मनाही है।

Karkatgarh Falls

ऐसे पहुँच सकते हैं करकतगढ़

पिछले दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करकतगढ़ पहुंचे वहां उन्होंने पर्यटकों के आराम करने एवं खाने-पीने की चीजों का व्यवस्था करने को कहा। यहां आने वाले, स्टे करने वाले लोगों के लिए विशेष विश्राम घर बनाने को कहा। अगर आप भी यह करकतगढ़ के खूबसूरत दृश्य देखने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आप भभुआ स्टेशन से 24 किमी की दूरी प्राइवेट गाड़ी या बस से तय करके पहुंच सकते हैं। चैनपुर से प्राइवेट गाड़ी या छोटा गाड़ी बुक करके करकट गढ़ पहुंच सकते हैं। चैनपुर से करकटगढ़ का डिस्टेंस तकरीबन 50 किलोमीटर है। चैनपुर थाना कैंपस के समीप ही बड़ी संख्या में करकटगढ़ जाने के लिए गाड़ी उपलब्ध रहता है। सड़क रूट से जाना चाहते हैं तो आपको कैमूर के मोहनिया है होते हुए जाना पड़ेगा।‌