बिहार के इन बाहुबलियों के बेटे हैं पिता की विरासत को संभालने के लिए तैयार, देखे एक नजर

बिहार की सियासत में बाहुबली नेताओं का दमखम हमेशा से ही देखा जाता है। चुनाव में ऐसे नेताओं की वैल्यू हर पार्टी में होती रही है । बिहार में कुछ ऐसे बाहुबली नेता हैं जिनकी नाम आज भी बिहार के राजनीति में देखी जाती है लेकिन अब बाहुबल का दौर खत्म हो गया है। अपने पिता के बाहुबल के दम पर अब उनके बेटे सियासी मैदान में उतर रहे है। हालांकि ये युवा अपने पिता के बाहुबल के दम पर नहीं ब्लकि राजनीति के विकास के दम पर अपने कदम रख रहे हैं। आज हम बात कर रहे हैं उन बाहुबली के बेटों के बारे में जो राजनीति में अपना दमखम दिखा सकते हैं।

सार्थक रंजन :-

बता दें कि सार्थक रंजन, पूर्व सांसद पप्पू यादव के बेटे हैं। अभी फ़िलहाल पप्पू यादव 32 साल पुराने एक मामले में जेल में हैं। इनकी मां पूर्व सांसद रंजीता रंजन कांग्रेस की एक बड़ी नेत्री हैं। हालांकि सार्थक को राजनीति में उतनी ज़्यादा रुचि नहीं थी। उन्होंने दिल्ली के प्रतिष्ठित जीडी गोयनका स्कूल से पढ़ाई की है। सार्थक ने राजनीति से हटकर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। वो अभी दिल्ली से फ़र्स्ट क्लास क्रिकेट भी खेल रहे हैं और क्रिकेट में ही अपना करियर बनाना चाहते हैं।

फ़िलहाल राजनीति में उनका आना भी तय माना जा रहा है क्योंकि पप्पू यादव जब जेल में थे तो अपने पिता की रिहाई के लिए जिस तरह से सोशल मीडिया में उन्होंने अपनी बात कही, उसके बाद सियासी सरगर्मी थोड़ी तेज हो गई थी। हालांकि उनकी माँ से सब कुछ सार्थक पर ही छोड़ दिया है। इससे पहले पप्पू यादव ने भी कई बार इशारा किया है कि सार्थक समय आने पर बिहार की सियासत में अपना कदम रखेंगे।

ओसामा शहाब:-

मोहम्मद शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब हैं। बता दें कि शहाबुद्दीन तिहाड़ जेल में सजा काट रहे थे जहां कोरोना से उनकी मौत हो गई। ऐसी परिस्थितियां बनी की ओसामा को अचानक से बिहार आना पड़ा। ओसामा ने दिल्ली के एक प्रतिष्ठित स्कूल से पढ़ाई की और उसके बाद एमिटी स्कूल से पढ़ाई कर उच्च शिक्षा प्राप्त की। उसके बाद वो लंदन चले गए जहां वो कानून की पढ़ाई कर रहे थे। शहाबुद्दीन की इच्छा थी कि उनका बेटा ओसामा बड़ा वकील बने लेकिन इसी बीच मोहम्मद शहाबुद्दीन की मौत हो गई तो ओसामा को बिहार आना पड़ा।

ओसामा कहते हैं, “मुझे 2019 में पारिवारिक हालत को देखकर बिहार आना पड़ा, लेकिन मैं लॉ की पढ़ाई पूरी करना चाहता हूं। छह महीने और बचा हुआ है और फिर बिहार में आकर राजनीति के बारे में सोचूंगा। ” फ़िलहाल ओसामा के बढ़ते कद का अंदाजाअ इसी से लगाया जा सकता है कि उनसे मिलने कई पार्टी के नेता सिवान पहुंचे। ओसामा ने साफ कर दिया है कि उनका परिवार आरजेडी के साथ हमेशा रहेगा। राजनीति गलियारे में अब य़ह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि ओसामा भविष्य में एक अच्छे नेता बनकर उभरेंगे।

चेतन आनंद:-

पूर्व सांसद आनंद मोहन और लवली आनंद के बेटे चेतन आनंद हैं। आनंद मोहन इस वक़्त सहरसा जेल में तत्कालीन गोपालगंज DM की हत्या के आरोप में बंद है। बता दें कि चेतन आनंद ने 12वीं तक की पढ़ाई देहरादून के चर्चित स्कूल वेलहम ब्वायज स्कूल से की। उसके बाद Symbiosis International University Pune से Communication Design का कोर्स पूरा किया है।

उन्होने राजनीति में उस समय अपना कदम रखा जब उनके पिता जेल में थे और मां पूर्व सांसद लवली आनंद चुनाव लड़ रही थीं। मां की सियासत देखते-देखते परिस्थितियां ऐसी बनीं की चेतन आनंद भी राजनीति में आ गए और आज शिवहर से आरजेडी के विधायक हैं। चेतन ने भी कहा है कि वो आरजेडी के साथ हमेशा रहेंगे। आगे चलकर वो भी एक अच्छे नेता के तौर पर उभर कर सामने आ सकते हैं।

Manish Kumar

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