बिहार के इस जिले में 500 करोड़ की लागत से बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा राम मंदिर, जाने खास बातें

Written by: Priyanshu Rana | biharivoice.com • 09 मई 2022, 4:38 अपराह्न

बिहार के पूर्वी चंपारण के जानकीनगर के बारे में कहा जाता है कि जब सीता से विवाह के पश्चात जनकपुर से लौटते वक्त राम की बरात यही ठहरी थी। अब इस जगह पर दुनिया का सबसे बड़ा राम मंदिर का निर्माण चल रहा है। इस भव्य रामायण मंदिर की ऊंचाई 270 फीट होगी, जो हिंदू मंदिर के लिहाज से दुनिया में सर्वाधिक है।

बता दें कि 1080 फीट लंबी व चौड़ाई 540 फीट है। विराट रामायण मंदिर केंपस किए तीन और सड़क है। अयोध्या से जनकपुर तक निर्माणाधीन राम-जानकी मार्ग भ्रमण मंदिर से होते हुए गुजरेगा। मंदिर का निर्माण पटना का महावीर मंदिर ट्रस्ट करवा रहा है। नोएडा की कंट्रक्शन कंपनी एसबीएल कंस्ट्रक्शन को निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है।

मंदिर निर्माण में 500 करोड़ की राशि खर्च होगी। महावीर ट्रस्ट के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने जानकारी दी कि इस मंदिर में विश्व का सबसे बड़ा शिवलिंग बनाया जाएगा। ब्लैक ग्रेनाइट से निर्मित 250 टन वाले शिवलिंग 33 फीट ऊंची होगी। तमिलनाडु के महाबलीपुरम में शिवलिंग का निर्माण चल रहा है। अभी दुनिया का सबसे ऊंचा शिवलिंग तंजौर में है, यह 27 फीट ऊंचा है।

एक ऐसा भी मंदिर जहां 40 सालों से हो रहा रामायण पाठ

आप को यह जानकर हैरानी होगी कि बिहार के कटिहार जिले में एक ऐसा राम मंदिर है जहां पिछले 40 वर्षों से बिना रुके रामायण का पाठ हो रहा है। बीते 40 सालों से यज्ञशाला मंदिर में हर समय रामायण का पाठ किया जाता है। जानकर दंग रह जाएंगे कि इस मंदिर में रामायण पाठ करवाने के लिए आने वाले 1 वर्ष तक अधिनियम बुकिंग हो चुकी है। 15 दिसंबर 1983 से इस यह अद्भुत कहानी शुरू हुई थी। मथुरा के मौनी बाबा ने रामायण पाठ शुरू करवाई थी।

मंदिर आयोजन कमिटी से मिली जानकारी के अनुसार रामायण के पाठ में किसी तरह का व्यवधान उत्पन्न ना हो, इसलिए बनारस के पांच पंडित निरंतर इसकी मॉनिटरिंग करते रहते हैं। महिला या पुरुष कोई भी व्यक्ति रामायण के पाठ में शामिल हो सकता है हालांकि, इसके लिए समिति से परमिशन लेना होता है।

About the Author :

Related Post