Pranjal Patil
छिन गई आखों की रोशनी पर नहीं छिना हौंसला, बनीं देश की पहली नेत्रहीन IAS
कुछ लोग किस्मत को दोष देकर उसके सामने घुटने टेक देते हैं और कुछ अपने लगातार प्रयासों और अटूट विश्वास से अपनी किस्मत लिखते ...
कुछ लोग किस्मत को दोष देकर उसके सामने घुटने टेक देते हैं और कुछ अपने लगातार प्रयासों और अटूट विश्वास से अपनी किस्मत लिखते ...