शादी, पढ़ाई, प्यार, धोखा…और अब पैसा, आखिर SDM ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य की कमाई में कितना अंतर है?

Written by: Kavita Tiwari | biharivoice.com • 08 जुलाई 2023, 3:25 अपराह्न

एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति अलोक मौर्या इन दिनों हर जगह चर्चाओं में है। बात सोशल मीडिया की हो या न्यूज़ चैनल की या फिर अखबारों की… हर जगह एसडीएम ज्योति मौर्या का नाम चौतरफा सुर्खियों में है।

SDM Jyoti Maurya & Alok Maurya Salary Difference: एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति अलोक मौर्या इन दिनों हर जगह चर्चाओं में है। बात सोशल मीडिया की हो या न्यूज़ चैनल की या फिर अखबारों की… हर जगह एसडीएम ज्योति मौर्या का नाम चौतरफा सुर्खियों में है। इसकी वजह है ज्योति मौर्या और उनके पति आलोक मौर्य के बीच शुरू हुआ प्यार, पढ़ाई, पैसा और धोखे का खेल… जिस पर देश के हर कोने में हर कोई अपनी एक अलग राय रखता नजर आ रहा है। इस मुद्दे ने सोशल मीडिया पर एक ऐसा प्लेटफार्म सजा दिया है, जहां हर कोई इस पति-पत्नी विवाद पर चटकारे लेता नजर आ रहा है। इस विवाद में जहां एक ओर पति आलोक मौर्या रोते-बिलखते हुए यह गुहार लगा रहे हैं कि उनकी पत्नी ने उन्हें धोखा दिया है, तो वहीं दूसरी ओर एसडीएम ज्योति मौर्या भी अपने पति पर भी फर्जीवाड़े का आरोप लगाते नजर आ रहे हैं।

किस पद की वजह से टूटा ज्योति-आलोक का रिश्ता?

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों पति-पत्नी के बीच शुरू हुआ विवाद पूरी तरह से ओहदे पर बेस्ट है। जहां पत्नी उत्तर प्रदेश में ग्रेड-ए की अफसर है, तो वही पति सफाई कर्मचारी है। इस वजह से दोनों के बीच की दूरियां लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में अब दोनों का साथ रहना मुश्किल हो गया है। ऐसे में शादी के 12 साल बाद पत्नी ज्योति मौर्या ने कोर्ट में तलाक की अर्जी दायर कर दी है। वहीं दूसरी ओर आलोक जगह-जगह गुहार लगा रहा है कि यह सब उसके साथ गलत हो रहा है।

यह बात तो हर कोई जानता है कि एक एसडीएम के मुकाबले चतुर्थवर्गीय कर्मचारी का ओहदा बेहद छोटा होता है, क्योंकि एसडीएम के रहन-सहन का स्तर काफी ऊंचा होता है। वर्तमान में उसे एक सम्मानजनक ओहदा माना जाता है। ऐसे में तमाम तरह की सरकारी सुविधाएं भी एसडीएम को दी जाती है, जबकि चतुर्थवर्गीय कर्मचारी को भी ग्रेड के हिसाब से ही सैलरी मिलती है। ऐसे में अगर बात दोनों की सैलरी की तुलना की करें तो बता दें कि दोनों की सैलरी में काफी बड़ा अंतर होता है। एक एसडीएम की सैलरी के मुकाबले चतुर्थ कैटेगरी के सफाई कर्मचारी की सैलरी लगभग चौथाई हिस्सा होती है।

SDM ज्योति मौर्या और आलोक मौर्य की सैलरी में अंतर?

ऐसे में बात एसडीएम ज्योति मौर्या और उनके पति की सैलरी के अंतर की करें तो बता दें कि एसडीएम की शुरुआती सैलरी करीबन 92,565 रुपए होती है, जिसमें पीएफ के लिए करीबन 6,772 रुपए और एनपीएस के लिए करीबन 7,741 रुपए कटते हैं। दोनों को मिलाकर कुल राशि 14,773 रुपए होती है। इन सबके कटने के बाद एक एसडीएम को इन हैंड सैलेरी 77,752 मिलती है। हालांकि बता दे अनुभव के साथ ही ये सैलरी का आंकड़ा आगे और भी बढ़ जाता है।

SDM Jyoti Maurya salary

कितनी है SDM ज्योति मौर्या के पति आलोक मौर्य की सैलरी?

वहीं दूसरी ओर उनके पति आलोक मौर्य की सैलरी की बात करें तो बता दें कि उत्तर प्रदेश में सफाई कर्मचारी का वेतन 14000 से 18,000 रुपए तक ग्रेड के हिसाब से होता है। बता दे वेतन का यह खाचा साल 2009 का है, जब आलोक मौर्य पंचायत राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी में भर्ती हुए थे। मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश में सफाई कर्मी की नौकरी करने वाले कर्मचारी को 30,240 रुपए वेतन मिलता है, जिसमें 18000 रुपए बेसिक सैलेरी, 6840 रुपए डीए और 5,400 एचआरए शामिल होता है। इसमें पीएफ और एनपीएस कटने के बाद 25,596 रुपए की सैलरी इन हैंड दी जाती है।

बता दे एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी की शुरुआत ईपीएफ कटौती 2,160 रुपए की और एनपीएस के लिए 2,484 रुपए तक कटते हैं। हालांकि अनुभव और पद के आधार पर इस सैलरी के आंकड़े में वृद्धि होती रहती है।

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Kavita Tiwari

मीडिया के क्षेत्र में करीब 7 साल का अनुभव प्राप्त हुआ। APN न्यूज़ चैनल से अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद कई अलग-अलग चैनलों में असिस्टेंट प्रोड्यूसर से लेकर रन-डाउन प्रोड्यूसर तक का सफर तय किया। वहीं फिलहाल बीते 1 साल 6 महीने से बिहार वॉइस वेबसाइट के साथ नेशनल, बिजनेस, ऑटो, स्पोर्ट्स और एंटरटेनमेंट की खबरों पर काम कर रही हूं। वेबसाइट पर दी गई खबरों के माध्यम से हमारा उद्देश्य लोगों को बदलते दौर के साथ बदलते भारत के बारे में जागरूक करना एवं देशभर में घटित हो रही घटनाओं के बारे में जानकारी देना है।

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