राजगीर-गया और बोधगया के लोग अगले साल से पीएंगे गंगाजल, 150 में 118 किमी पाइप बिछाने का हुआ पूरा

जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत पेयजल हेतु गंगा जल उद्वह योजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक की गई, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से बातचीत की और आवश्यक निर्देश दिए। सीएम नीतीश कुमार ने इस बैठक में कहा कि राजगीर, गया, बोधगया एवं नवादा में गंगा जल उद्वह योजना के तहत सभी लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होने अधिकारियों से यह भी कहा कि इस योजना को पूरा करने की जो समय-सीमा निर्धारित की गई है, उस पर काम करें। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि मौके पर जाकर एक-एक चीज का आकलन करें, ताकि सभी लोगों को जलापूर्ति सुनिश्चित हो सके।

भू-जल स्तर को बनाए रखने के लिए करें प्रेरित

राजगीर-गया और बोधगया के लोग अगले साल से पीएंगे गंगाजल

मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश देते हुए कहा कि जल संसाधन विभाग और नगर विकास एवं आवास विभाग आपस में समन्वय बनाकर इस योजना पर काम करें। नवादा में भी जलापूर्ति योजना को तेजी से शुरू कराने को लेकर निर्देश जारी किया गया। अधिकारियों से यह भी कहा गया कि बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए जलापूर्ति के लिए योजना बनाकर उस पर काम करें। भू-जल स्तर को बनाए रखने के लिए लोगों मे जागरुकता फैलाए। इस दौरान मुख्य्मंत्री ने यह भी कहा कि राजगीर में विकास के कई कार्य किए गए हैं। वहाँ तेजी से जनसंख्या वृद्धि दर्ज की जा रही है।

118 किमी पाइप बिछाने का कार्य पूरा, जून से होगी जलापूर्ति

जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस के द्वारा इस बैठक में गंगा जल उद्वह योजना के कार्य की प्रगति के संबंध में प्रेजेंटेशन पेश करके जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि कार्य के पहले चरण में राजगीर, गया एवं बोधगया में तथा दूसरे चरण में नवादा शहर मे जलापुर्ति पर काम किया जा रहा है।

राजगीर-गया और बोधगया के लोग अगले साल से पीएंगे गंगाजल

हथीदह-मोतनाजे तेतर अबगिल्ला तक कुल 150 किलोमीटर की पाइपलाइन में से लगभग 118 किलोमीटर पाइप बिछाने का काम पूरा हो चुका है। अगले साल मार्च तक योजना पर काम पूरा हो जाएगा और जून तक जलपुर्ति भी शुरू हो जाएगी। इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव अनुपम कुमार व विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह समेत अन्य अधिकारी शामिल थे

Manish Kumar