शेरपुर से कच्ची दरगाह तक पटना का होगा विस्तार, 22 लेन के 4 नए पुल से 11 KM और फैलेगा पटना

Written by: Priyanshu Rana | biharivoice.com • 03 जुलाई 2022, 10:51 पूर्वाह्न

फिलहाल दानापुर से मारूफगंज तक मुख्य शहरी आबादी यहीं 25 किलोमीटर में बसी हुई है। दानापुर से शेरपुर का 8 किलोमीटर का इलाका ग्रामीण है जिसके वजह से शहरी सुविधाओं की कमी है। ठीक इसी प्रकार मारुफगंज से बन रहे कच्ची दरगाह पुल के गेट तक 3 किलोमीटर के रेंज में घनी जनसंख्या है। लेकिन शहरी सुविधाओं का घोर अभाव है जिससे इन इलाकों में राजधानी में रहने का ‌अहसास नहीं हो पाता है। ऐसे में आगामी कुछ सालों में राजधानी के इस पूर्वी क्षेत्र के साथ ही पश्चिम की ओर दानापुर से शेरपुर इलाके तक शहर का विस्तार किया जाना है।

दरअसल, राजधानी पटना के दोनों ओर पुलों के निर्माण होने के असर से उनके आसपास के क्षेत्रों में लोगों के बसने की तैयारी अभी से ही शुरू हो गई है। लगभग 10 साल का समय सभी 4 पुलों के निर्माण होने में लगेंगे। शेरपुर से दानापुर लगभग 8 किलोमीटर दूरी के बीच और कच्ची दरगाह से मारूफगंज तक लगभग 3 किमी की दूरी में बड़ी संख्या में लोग बसेंगे और इस प्रकार राजधानी का विस्तार होना फिक्स है।

ये 22 लेन के 4 नए पुल बन रहे 

बता दें कि 15982 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर पटना के शेरपुर से कच्ची दरगाह तक टोटल 36 किलोमीटर लंबाई में गंगा नदी पर चार अलग-अलग पुल का निर्माण हो रहा है। पटना के शेरपुर से छपरा के दिघवारा तक सिक्स लेन पुल का निर्माण चल रहा है। 15 किलोमीटर लंबी सिक्स लेन पुल बनाने पर टोटल 7000 करोड़ खर्च होने हैं। पटना रिंग रोड के अंतर्गत निर्माण हो रहे पुल का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो रहा है। महात्मा गांधी सेतु से 10.3 किमी पूरब में 4988 करोड़ की राशि खर्च कर 9.76 किमी लम्बी कच्ची दरगाह-विदुपुर सिक्स लेन सेतु का निर्माण तेजी से चल रहा है। 2024 के जनवरी में निर्माण पूरा होना है। इस परियोजना के सभी 67 पिलर का काम जमीन तक पूरा हो चुका है।

वहीं, 2200 करोड़ की लागत से दीघा-सोनपुर सेतु का निर्माण किया जाना है। सिक्स लेन पुल की लंबाई 6.97 किलोमीटर लंबी होगी। इस पुल का डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो रहा है। उधर, गांधी सेतु के समीप में समानांतर नया फोरलेन सेतु का निर्माण चल रहा है। 1794 करोड़ की राशि खर्च कर 14.5 किलोमीटर लंबी पुल का निर्माण होना है इसका 20 प्रतिशत काम हो चुका है। पिछले साल मार्च में निर्माण शुरू हुआ और 2024 के सितंबर तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है।

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