नए साल के अवसर पर कई सारे लोग विभिन्न मंदिरो मे पूजा अर्चना के लिए जाते हैं। इस साल भी 1 जनवरी को राजधानी पटना (Patna ) के विभिन्न मंदिरों में बड़ी संख्या श्रद्धालुओं भगवान के दर्शन के लिए जा रहे हैं। कोरोना के खतरे को देखते हुए मंदिरों में कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से निर्देश जारी किया गया है। पटना जंक्शन के पास स्थित सुप्रसिद्ध महावीर मंदिर में तथा शहर के विभिन्न अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं को बिना मास्क के प्रवेश नहीं दी जाएगी। मंदिरों में श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी का भी पालन सुनिश्चित करना होगा। महावीर मंदिर परिसर का पट रात 11 बजे के बाद बंद हो जाएगा और सुबह 5 बजे आरती मंगल किए जाने के लिए खुल जाएगा।
ऐसी है पूरी व्यवस्था
महावीर मंदिर प्रबंधन की तरफ से नए साल के अवसर पर श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए लगभग 11 हजार किलो नैवेद्यम प्रसाद बनाने की तैयारी की गई है। इसके अलावा महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल द्वारा यह भी बताया गया कि इस साल भी अयोध्या धाम से नए साल के अवसर पर साधु संतों का आगमन होगा। सभी साधु संत भक्ति भाव से भगवान की आरती मंगल करेंगे। किशोर कुणाल ने यह भी बताया कि मंदिर प्रबंधन की तरफ से सैनिटाइजर मशीन भी लगायी गयी है। इसके अलावा भगवान का दर्शन करने के बाद श्रद्धालु मंदिर ज्यादा देर तक नहीं रहे, इसके लिए भी अपील की गई है।
महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव ने बताया कि पिछले साल नये साल के अवसर पर लगभग 2 लाख श्रद्धालुओं मंदिर में आए थे। मंदिर प्रबंधन शेषाद्री ने बताया कि पिछले साल नये साल के अवसर पर लगभग साढ़े दस हज़ार किलो नैवेद्यम तैयार किया गया था। इस बार भी नैवेद्यम की बिक्री के लिए परिसर के सभी काउंटर खुले रहेंगे । आज इस्कॉन मंदिर में सुबह 8 बजे से लेकर भजन कीर्तन का कार्य क्रम शुरू हो चुका है।
बिना मास्क नहीं होगी एंट्री
इस्कॉन मंदिर पटना के प्रमुख कृष्ण कृपा दास ने बताया कि कीर्तन का नेतृत्व विजय कृष्ण दास द्वारा किया जा रहा है, इसके अलावा कोरोनावायरस के सभी गाइडलाइन का पालन अनिवार्य किया गया है। बिना मास्क के इस्कॉन मंदिर में भी प्रवेश नहीं दी जाएगी। पटना में स्थित छोटी पटन देवी मंदिर में भी आने वाले श्रद्धालुओं को कोरोना गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य होगा।
मंदिर के आचार्य विवेक द्विवेदी ने बताया कि संक्रमण से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गर्भ में एक बार में 25 श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई है। मंदिर का द्वार सुबह 7 बजे ही खोल दिया जाएगा और यह दोपहर 1 बजे तक खुला रहेगा। फिर दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक के लिए मंदिर का द्वार खोला जाएगा। बड़ी पटन देवी मंदिर में भी श्रद्धालुओं को मास्क लगाकर आना होगा। इसके अलावा मंदिर में जगह-जगह ऑटोमेटिक सेनिटाइजर मशीन भी लगा दिए गए हैं।
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