दक्षिण बिहार के लिए वरदान है हर घर गंगाजल योजना, जाने CM नीतीश के ड्रीम प्रोजेक्ट के फायदे

CM Nitish Kumar Dream Projent har ghar gangajal scheme : बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता (CM Nitish Kumar Cabinet Meeting) में साल 2019 हुई एक कैबिनेट बैठक में अतिमहत्वकांक्षी योजना गंगाजल आपूर्ति परियोजना को लेकर लंबी चर्चा हुई, जिसके बाद इसे मंजूरी मिल गई। वह इस योजना के अंतर्गत हर घर गंगाजल योजना को पहुंचाने के लिए बिहार सरकार (Bihar Government) युद्ध स्तर पर काम कर रही है। बता दे यह योजना गंगा नदी के अधिशेष जल को दक्षिण बिहार के शहरों में जल संकट की समस्या से जूझ रहे लोगों को पेयजल मुहैया कराने की एक अनोखी पहल है। ऐसा देश में पहली बार हो रहा है जब गंगा नदी के बाढ़ के पानी को पेयजल के रूप में परिवर्तित कर लोगों की प्यास बुझाने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

har ghar gangajal scheme

25 लाख लोगों की प्यास बुझायेगी गंगा जल आपूर्ति परियोजना

गौरतलब है कि नीतीश सरकार द्वारा 2051 तक जनसंख्या वृद्धि का अनुमान लगाते हुए इस परियोजना पर काम किया जा रहा है। मौजूदा समय में गंगा नदी के बाढ़ के पानी को तेजल में परिवर्तित कर 7.5 लाख लोगों को पेयजल मुहैया कराया जाएगा। वहीं आने वाले भविष्य में यह योजना 25 लाख लोगों की प्यास बुझाने का जरिया बनेगी।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गंगा जल आपूर्ति परियोजना के जरिए लोगों को पेयजल मुहैया कराने की यह अनोखी परियोजना सबसे पहले बिहार में शुरू की जा रही है। इस परियोजना के जरिए गंगा नदी का पानी जो लोगों के लिए जल संकट लेकर आता है, वह अब लोगों की प्यास बुझायेगा। गंगा नदी का पानी जिन इलाकों के लिए जल संकट लेकर आता है वहां 3 जलाशयों का निर्माण किया जाएगा, जहां इस पानी को संग्रहित किया जाएगा। वहीं जमा किए गए पानी को जल उपचार संयंत्र से उपचारित कर पूरे वर्ष लोगों को जल मुहैया कराया जाएगा।

बिहार सरकार की इस परियोजना में मेघा इंजीनियरिंग एंड इन्फ्राट्रक्चर लिमिटेड ने मई 2020 में इस परियोजना पर काम करना शुरू कर दिया था। निर्धारित समय के भीतर इसे पूरा करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया है।

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संकट जल ही बुझायेगा प्यास

वहीं इस मामले पर बिहार के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव संजय कुमार अग्रवाल का कहना है कि राज्य की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि उत्तर बिहार के बड़े इलाकों को हर साल बाढ़ का सामना करना पड़ता है और दक्षिण बिहार के लोगों को हर साल सूखे के कारण परेशानी झेलनी पड़ती है। ऐसे में दक्षिण बिहार के कई जगहों पर भूजल का स्तर हर साल नीचे चला जाता है। धार्मिक और पर्यटन के नजरिए से राज्य के सबसे महत्वपूर्ण जिले नालंदा, बोधगया और गया में हर साल लाखों की तादाद में सैलानी आते हैं। मगर इन शहरों में गर्मियों में पेयजल की कमी लोगों के लिए भारी समस्या की वजह बन जाती है।

आगे उन्होंने इस परियोजना का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार सरकार की गंगा जल योजना का उद्देश्य राज्य के इन जिलों की जल की समस्या का समाधान करना है। इस परियोजना का लक्ष्य निरीक्षण क्षेत्रों नालंदा, नवादा, गया जैसे जिलों में उपचारित गंगा जल की आपूर्ति करना है। यही वजह है कि सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना पर चरणबद्ध तरीके से काम चल रहा है।

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2023 में शुरु होगा दूसरा चरण

हर घर गंगा जल योजना के पहले चरण की शुरुआत नालंदा जिले के राजगीर से की जा रही है, जिसके जरिए यहां शहर के 19 वार्ड के करीब 8031 घरों में गंगा जलापूर्ति परियोजना के जरिए पेयजल मुहैया कराया जाएगा। इस योजना के तहत प्रति व्यक्ति को 135 लीटर शुद्ध जल की आपूर्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमारदक्षिण  28 नवंबर को इस चरण में बिहार के गया और बोधगया में भी इस परियोजना का लोकार्पण करने वाले हैं। बता दें कि इस परियोजना का दूसरा चरण जून 2023 तक नवादा में हर घर गंगाजल पहुंचाने का है।

Kavita Tiwari