Mineral Reserve In Bihar: बिहार सरकार के हाथ बड़ा खजाना लगा है। दरअसल राज्य के विभिन्न गैर वन क्षेत्र में चूना पत्थर वैनेडियम युक्त मैग्नेटाइट इल्मेनाइट, मैग्नेटाइट और ग्लूकोनाइट जैसे खनिज भंडार मिले हैं, जिनकी नीलामी की तैयारी नीतीश सरकार ने कर ली है। इस बात की जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा गुरुवार को साझा की गई है। आधिकारिक दस्तावेजों के मुताबिक गया के पातालगंगा, रोहतास जिले के कुछ हिस्सों और जमुई जिले के मजोस के पास रिसर्च टीम को लाखों टन खनिज भंडार मिला है।
खनिज भंडार की नीलामी से बदलेगी बिहार की किस्मत
इस मामले की जानकारी अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं खान संबंधी मामलों के आयुक्त हरजोत कौर बामरा की ओर से साझा की गई है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया है कि राज्य सरकार नीलामी के लिए लेनदेन सलाहकार के रूप में एसबीआई कैपिटल मार्केट के साथ काम करने वाली है। इस मामले में कुछ नियमों और शर्तों को लेकर भी सुझाव दिए जाएंगे, जिनके आधार पर नीलामी की जाएगी।
बिहार को मिला बड़ा खनिज भंडार
इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के 11 क्षेत्रों में मिले दुर्लभ खनिज भंडार बेहद महत्वपूर्ण साबित होंगे। हमें अन्वेषण गतिविधि को शुरू करने से पहले संबंधित अधिकारियों से इस मामले में अनुमति लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह खनिज भंडार वन क्षेत्र में नहीं है। उन्होंने कहा कि यह गैर वन क्षेत्र है और ऐसे में इजाजत की आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि खान एवं भूविज्ञान विभाग ने जमुई जिले में 6,000 करोड रुपए के लौह अयस्क की नीलामी करने का फैसला भी किया है।
जमुई में मिला था सोने का भंडार
गौरतलब है कि इससे पहले भी बीते साल बिहार सरकार ने जमुई जिले में देश के सबसे बड़े स्वर्ण भंडार होने का खुलासा किया था। इस दौरान भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के एक सर्वेक्षण के मुताबिक जमुई जिले में 37.6 टन खनिज युक्त अयस्क समेत लगभग 22.28 करोड टन सोने के भंडार मिलने का दावा किया गया था।