केंद्रीय मंत्री नीतीन गडकरी ने दी बड़ी खुशखबरी, हाइवे पर अब आपका सफर होगा दोगुना मजेदार

देश भर के तमाम हिस्सों में इन दिनों लगातार सड़क और हाईवे (New Road And Highway In India) के जाल बिछाया जा रहा है, जिसके साथ ही लोगों के लिए अब यात्रा करना और सुगम हो जायेगा। इस कड़ी में लोगों की यात्रा को और भी यादगार और खूबसूरत बनाने की कड़ी में केंद्र सरकार (Central Government) जुट गई है। विशेषज्ञों की मानें तो पेड़ों के कटान से गर्मी बढ़ गई है और ऐसे हालातों में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari on Greenery on Highway) की ये अनोखी पहल सुधार की दिशा तय करेगी, जिसके जरिए अब हाईवे पर सफर करना लोगों के लिए सुहाना और यादगार हो जाएगा।

Nitin Gadkari on Greenery on Highway

अब खूबसूरत होगा हाइवे का नजारा

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी की ओर से इस मामले में एक ऐलान किया गया है, जिसे लेकर लोग काफी उत्साहित है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण हाईवे (NHAI) के किनारे हरियाली बनाए रखने के लिए अपना पेड़ बैंक खोलेगी। इसके जरिए सड़कों के किनारे पौधारोपण किया जाएगा। गडकरी ने कहा कि जब भी निर्माण के लिए एक पेड़ को काटा जाएगा, तो उसकी जगह वहां 5 पौधे लगाए जाएंगे ताकि देश के तमाम हिस्सों में हरियाली बढ़ सकें।

Greenery on Highway
Image Credit- Social Media

2024 तक 50% कम हो जायेंगे आंकड़े

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग उत्कृष्टता पुरस्कार के मद्देनजर पेड़ों को बचाने के लिए नए-नए तरीके अपनाना और उनके बारे में सोचना बेहद जरूरी है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो सड़कों के निर्माण में आगे चलकर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि- सड़क दुर्घटना में मौत के बढ़ते मामले चिंता का कारण बन गए हैं। साल 2024 में इस आंकड़े को 50% काम करने का प्रयास करना बेहद जरूरी है।

Greenery on Highway

याद दिला दे बीते दिनों केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि कारों की क्रैश टेस्टिंग के बेस पर अब स्टार रेटिंग भी दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि मूल्यांकन का प्रोग्राम की व्यवस्था की जा रही है, जिसके तहत भारत में वाहनों की दुर्घटना परीक्षण मामलों में उनके प्रदर्शन के आधार पर स्टार रेटिंग की जाएगी। सरकारी एक्सीडेंट के कारण बढ़ रहे मौत के आंकड़ों को कम करने की दिशा में ये कदम उठा रही है।

Kavita Tiwari