Mulayam Singh Yadav Death: समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन के साथ ही राजनीति के एक युग का अंत हो गया है। मुलायम सिंह यादव ने लंबी बीमारी से जंग लड़ते हुए 83 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। मुलायम सिंह यादव के निधन से उनके परिवार में शोक की लहर है। राजनीति के एक प्रखर नेता के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शोक व्यक्त करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुलायम सिंह यादव का निधन
समाजवादी पार्टी के प्रखर नेता मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था। उनके पिता सुघर सिंह यादव एक किसान थे। मुलायम सिंह यादव पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर के बेटे थे। मुलायम सिंह यादव के पिता सुघर सिंह यादव उन्हें पहलवान बनाना चाहते थे, किंतु पहलवानी के अपने राजनीतिक गुरु चौधरी नत्थूसिंह को मैनपुरी में आयोजित एक कुश्ती प्रतियोगिता में प्रभावित करने के बाद उन्होंने उनके परंपरागत विधानसभा क्षेत्र जसवंतनगर से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।
मुलायम सिंह यादव का राजनैतिक सफर
मुलायम सिंह यादव उत्तर भारत के बड़े समाजवादी और किसान नेता कहे जाते थे। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत उत्तर प्रदेश में बतौर विधायक शुरू की थी। बहुत कम समय में ही मुलायम सिंह यादव का प्रभाव पूरे उत्तर प्रदेश में नजर आने लगा था। मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग समाज का सामाजिक स्तर देखते हुए राजनीति में अन्य पिछड़ा वर्ग को महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
3 बार बनें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री
समाजवादी नेता के तौर पर उन्होंने साल 1992 में समाजवादी पार्टी की नींव रखी। इस दौरान वह तीन बार क्रमश 5 दिसंबर 1989 से 24 जनवरी 1991 तक, 5 दिसंबर 1993 से 3 जून 1996 तक और 29 अगस्त 2003 से 11 मई 2007 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। इसके अलावा मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री का पदभार भी संभाला था।
मुलायम सिंह यादव की पहचान समाजवाद के सबसे बड़े नेता के रूप में की जाती था। उत्तर प्रदेश में सामाजिक सद्भाव को बनाए रखने के लिए मुलायम सिंह यादव ने सहायिक योगदान दिया था। मुलायम सिंह यादव की पहचान एक धर्मनिरपेक्ष नेता के तौर पर की जाती है। उत्तर प्रदेश में उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी माना जाता था। उत्तर प्रदेश की सियासी दुनिया में मुलायम सिंह यादव की तूती बोलती थी।
तीन दशकों तक राजनीति में रहे सक्रिय
मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद राजनीति से लेकर कई दूसरे क्षेत्र के लोग भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। मुलायम सिंह यादव के निधन को लेकर यह कहना गलत नहीं होगा कि उनके साथ राजनीति के एक युग का अंत हो गया है। समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव बीते 3 दशकों से राजनीति में सक्रिय थे। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर में जितना प्यार कमाया उसकी बानगी हर उस क्षेत्र में देखने को मिलती है, जहां जहां से उन्होंने चुनाव लड़ा था।
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