कश्मीर में शहीद हुआ बिहार का लाल लेफ्टिनेंट ऋषि, 23 साल मे मिली शहादत से टूटा परिवार

जम्मू-कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित राजौरी जिले में एक विस्फोट में बिहार का एक जवान शहीद हो गया। उनके शहादत की खबर सुनकर सभी स्तब्ध हैं। खबर फैलते ही परिवार में कोहराम मच गया है। राजौरी के नियंत्रण रेखा (LOC) के पास शनिवार लैंडमाइंस विस्फोट की घटना हुई, जिसमें सेना के अधिकारी और बिहार के बेगूसराय (Begusari) जिले के 23 वर्षीय लाल ऋषि रंजन शहीद हो गए।

कश्मीर में शहीद हुआ बिहार का लाल लेफ्टिनेंट ऋषि

शहीद लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन सिंह अपने घर के इकलौते चिराग थे। वे बेगूसराय के पिपरा मीरगंज मोहल्ले के रहने वाले व्यवसायी राजीव रंजन सिंह के इकलौते पुत्र थे, घटना के समय वे रजौरी जिले के नौवेशरा के लाम सेक्टर में कलाल एरिया पर गश्त कर रहे थे।वे हर रोज़ की तरह नियमित रूप से गश्त कर रहे थे, तभी नियंत्रण रेखा के पास एक लैंडमाइंस विस्फोट हो गया। इस दुर्घटना में चार अन्य जवान भी गंभीर रूप से घायल हो गए। लैंडमाइंस की चपेट में आने के बाद गंभीर रूप से घायल हुए ऋषि को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

ऐसा है परिवार

कश्मीर में शहीद हुआ बिहार का लाल लेफ्टिनेंट ऋषि

शहीद ऋषि एक भाई और दो बहन थे। तीन भाई बहनों में ऋषि दूसरे नंबर पर थे । एक महीने पूर्व ही उनकी पोस्टिंग कश्मीर में की गई थी। शहीद लेफ्टिनेंट की बड़ी बहन भी सेना में मेजर के पद पर कार्यरत हैं। शहीद ऋषि अपने परिवार के इकलौते पुत्र थे। उनके पिता का बेगुसराय में ही फर्नीचर का दुकान है।

लखीसराय जिले के पिपरिया का रहने वाले है शहीद ऋषि

कश्मीर में शहीद हुआ बिहार का लाल लेफ्टिनेंट ऋषि

शहीद ऋषि का परिवार मूल रूप से लखीसराय जिले के पिपरिया का रहने वाला है। शनिवार की देर शाम सेना मुख्यालय से शहीद के परिजनों को ऋषि के शहादत की जानकारी दी गई। इस खबर के मिलते ही घर में कोहराम मच गया, मां का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना मालूम होते ही उनके घर पर रिश्तेदार और आसपास के लोगों की भीड़ हो गई है। सभी शहीद के परिवार को सम्भालने की कोशिश दे रहे हैं।

शहीद के मामा सुदर्शन सिंह ने बताया कि फोन के जरिए ऋषि के शहादत की जानकारी मिली। घर के इकलौते चिराग की शहादत से घरवालों पर तकलीफ का पहाड़ टूट गया है। हालांकि देश सेवा में उनकी शहादत पर परिवार को गर्व भी है। शहीद ऋषि ने छठ के बाद 22 नवंबर को घर आने की बात अपने परिजनों से कही थी, लेकिन उसके पहले उनके शहादत की खबर हृदय विदारक है।

Manish Kumar