Indian Railways ने शताब्‍दी समेत 50 से अधिक ट्रेनों का बदला शेड्यूल, जानें रफ्तार से शेड्यूल तक सब कुछ

भारतीय रेलवे (Indian Railway से हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं। ऐसे में भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की सुविधा को और भी सुगम बनाने के लिए 1 जुलाई से शताब्दी (Shatabdi Express Train) व संपर्क क्रांति (Sampark Karanti) समय 50 से अधिक ट्रेनों के शेड्यूल और टाइमिंग (Indian Railway Change Train Timing And schedule)  में बदलाव कर रहा है। बता दे इन ट्रेनों की टाइमिंग और इनके शेड्यूल में ही बदलाव नहीं किया जाएगा, बल्कि अब ये ट्रेनें और भी तेज रफ्तार से पटरी पर दौड़ती नजर आएंगी। रेलवे की ओर से इस मामले में जरूरी जानकारी साझा की गई है।

Indian Railway

अब बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तार

भारतीय रेलवे की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक 1 जुलाई से शताब्दी और संपर्क क्रांति समेत 50 से अधिक ट्रेनों की रफ्तार बढ़ जाएगी। यह ट्रेनें 110 से 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। बदली रफ्तार के साथ अब यह ट्रेनें अपने निर्धारित समय से पहले आपको आपके गंतव्य स्थान पर पहुंचा देंगी। इन ट्रेनों के बारे में जारी जानकारी के मुताबिक अब ये ट्रेनें 3 घंटे से लेकर 35 मिनट पहले अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचेंगी।

Indian Railway

किन-किन ट्रेनों का बदला शेड्यूल टाइमिंग और रफ्तार

रेलवे द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक शताब्दी, संपर्क क्रांति, गोवा एक्सप्रेस, तमिलनाडु और कामायनी समेत 11 से अधिक जोड़ी ट्रेनों के नाम इसमें शामिल है। इन सभी ट्रेनों की टाइमिंग और इनके शेड्यूल में परिवर्तन किया गया है। साथ ही रेलवे की ओर से यह भी कहा गया है कि रेलवे के इस फैसले का फायदा सीधे तौर पर यात्रियों को होगा।

Indian Railway

ट्रेन की टाइमिंग पर पड़ेगा भारी असर

गौरतलब है कि रेलवे द्वारा ट्रेन की रफ्तार और शेड्यूल में बदलाव के बाद यह पहले के मुकाबले अपने गंतव्य स्थान पर और जल्दी पहुंचेगी। रेलवे द्वारा जारी जानकारी के आधार पर बात करें तो बता दे शताब्दी 18 से 25 मिनट, कर्नाटक 15 से 20 मिनट, केरल 11 से 15 मिनट, तमिलनाडु 12 से 18 मिनट, गोवा 12 से 18 मिनट, जीटी 9 से 14 मिनट, यशवंतपुर संपर्क क्रांति 10 से 12 मिनट पहले अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचेगी। ठीक इसी तरह अन्य रूट की ट्रेनें भी अपने समय से पहले पहुंचेंगी।

Indian Railway Food Service

अब खराब भोजन देने पर लगेगा फाइन

इसके अलावा रेलवे ने अपने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लंबी दूरी करने वाले यात्रियों को खराब भोजन ना मिले इस बात का ध्यान रखने के लिए भी सख्त रवैया अपनाया है, जिसके मद्देनजर 1 जुलाई से शुरू हो रहे इस अभियान के तहत रेल अफसर ट्रेनों के स्लीपर कोच में सफर करने वालों के खाने की गुणवत्ता को जांचने के लिए घूमते नजर आएंगे। ऐसे में अगर खाने की गुणवत्ता खराब निकली तो इसके जिम्मेदार से भारी फाइंड भी वसूला जा सकता है।

Kavita Tiwari