इस राज्य में बनेगी देश की सबसे महंगी सड़क, मात्र एक किलोमीटर के लिए खर्च होंगे 411 करोड़; जाने खासियत

India Most Expensive Road: बदलते भारत की तस्वीर में देश के तमाम हिस्सों में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। इस कड़ी में महाराष्ट्र और मुंबई की बात की जाए तो यहां सी लिंक शुरू होने के बाद कोस्टल रोड प्रोजेक्ट का काम भी जल्द शुरू हो जाएगा। इस कड़ी में इसके पहले फेस का काम पूरा होने में लगभग एक साल का समय लगेगा। हालांकि पहले फेस का काम पूरे होने के बाद ही इसके दूसरे फेस का काम शुरू किया जाएगा, लेकिन इसके दूसरे फेस के काम का ऐलान अभी से ही किया जा चुका है।

 

मालूम हो कि इसके दूसरे फेस की सड़क देश की सबसे महंगी सड़क बताई जा रही है। इसकी कीमत का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इस सड़क के 1 किलोमीटर का निर्माण करने में कुल 411 करोड़ रुपए की लागत खर्च होगी। ऐसे में आइए हम आपको इसके निर्माण कार्य की जानकारी देते हैं और साथ ही बताते हैं कि सेकंड फेस में यह सड़क कहां से गुजरेगी।

Bandra to Versova-Bandra Sea Link

पहले फेज में हो रहा सड़क निर्माण

साल 2023 में बीएमसी की ओर से वर्सोवा और दहिसर से कनेक्ट करने वाली पहली मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट का काम पूरा होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं मुंबई कोस्टल रोड प्रोजेक्ट के दूसरे फेस का काम भी 2023 के अंत तक शुरू हो जाएगा। बता दे मौजूदा समय में प्रोजेक्ट के फेस वन का काम तेजी से चल रहा है। बीएमसी नवंबर 2023 में इसकी डेडलाइन से पहले इसे पूरा करने में जुटी हुई है।

Coastal Road Project

बीएमसी के आंकड़ों के मुताबिक पहले चरण के तहत पूरा सड़क निर्माण कार्य 70 फ़ीसदी तक पूरा हो चुका है। कोस्टल रोड प्रोजेक्ट परियोजना का फेस वन 10.58 किलोमीटर लंबा मुंबई के दक्षिण सिरे के नरीमन पॉइंट को बांद्रा वर्ली सी लिंक के साथ आरटीएल रोड फ्लाईओवर और अंडरग्राउंड टनल्स से होकर गुजरेगा और इन्हें आपस में जोड़ेगा।

महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम की ओर से इसके दूसरे फेस का ऐलान भी कर दिया गया है जिसके मुताबिक महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम (MSRDC) बांद्रा से वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक (VBSL) का पर इसका निर्माण कर रहा है, जो लोगों को लंबे जाम से निजात दिलाने के साथ-साथ कनेक्टिविटी को भी पहले के मुकाबले और बेहतर भी बनायेगा।

Coastal Road Project

मालूम हो कि BMC ने उत्तर मुंबई में दहिसर और भायंदर (दहिसर-भायंदर लिंक) को जोड़ने वाला एक ऊंचा पुल बनाने का प्रस्ताव भी इस प्रोजेक्ट के मद्देनजर दिया है, जिसके तहत इस साल अक्टूबर में ही इसके काम के लिए एक निविदा भी जारी की गई है। बता दे कि वर्सोवा-दहिसर लिंक रोड (VDLR) के रूट से जाने वाली कोस्टल रोड प्रोजेक्ट का फेज 2 सड़क वर्सोवा से होते हुए दहिसर में दहिसर-भायंदर लिंक रोड के स्टार्टिंग प्वाइंट तक एक्सटेंड किया जायेगा।

लंबे ट्रैफिक जाम से दिलायेगा निजात

इसके साथ ही इन सड़को के निर्माण को लेकर साझा जानकारी के मुताबिक यह विशेष चरण उपनगरीय मुंबई में कम से कम 70 फीसदी तक यातायात की भीड़ को कम करेगा और उत्तर और दक्षिण मुंबई के बीच सीधा संपर्क भी इसके जरिये स्थापित किया जा सकेगा। मालूम हो कि कोस्टल रोड प्रोजेक्ट का पहला फेज अगले साल तक समाप्त हो जाएगा और इसके बाद फेज 2 का काम शुरु होगा, क्योंकि फेज-1 का काम पूरा होने के बाद आईलैंड सिटी और सबअर्बन बेल्ट के बीच ट्रैफिक वॉल्यूम में इजाफा होगा।

Kavita Tiwari