2025 तक फ्लाइंग एयर टैक्सी लाएगी हुंडई, 6 लोग एक साथ भर सकेगे उड़ान, जाने कहाँ होगी लैंड

पेट्रोल डीजल महंगे होने के कारण कई देशों में इलेक्ट्रिक बाइक, कार समेत इलेक्ट्रिक बसें दौड़ रही है। ऐसे में अमेरिकी कंपनी जनरल मोटर्स और दक्षिण कोरिया की प्रमुख वाहन निर्माता हुंडई उड़ने वाली कार को पेश करने की तैयारी में है। दोनों कंपनियों ने अपनी योजनाओं के बारे में बात करते हुए कहा कि वह उड़ने वाली कार टैक्सी को लेकर गंभीर है और इस पर तेजी से काम कर रहे हैं।

अमेरिकन कंपनी जनरल मोटर्स ने कहा कि उसे इस काम के लिए करीब 9 साल का समय लगेगा उनकी योजना है कि वह आगामी 2030 तक अपनी पहली एयर टैक्सी सर्विस शुरू कर देगी। वहीं दक्षिण कोरियाई वाहन निर्माता कंपनी हुंडई का कहना है कि वह साल फ्लाइंग टैक्सी का ऑफिस ऑपरेशन शुरू कर देगी।

बीते जनवरी महीने में अमेरिकन वाहन निर्माता जनरल मोटर्स CES इवेंट के दौरान फ्यूचरिस्टिक फ्लाइंग कैडिलैक वाहन को शोकेश किया था जो की हवा में उड़ने के साथ ही खुद ही टेक-ऑफ और लैंड हो सकती है। यह कार 88 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ सकती है। सिंगल पैसेंजर वाली यह कैडिलैक फ्लाइंग कार किसी ड्रोन की तरह घर की छत से टेक ऑफ करने के साथ ही लैंड भी कर सकती है।

रॉयटर्स इवेंट्स कार ऑफ द फ्यूचर कॉन्फ्रेंस के दौरान हुंडई नॉर्थ अमेरिका के सीईओ और ग्लोबल चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर जोश मनोज ने कहा कि जल्द ही उनकी कंपनी एयर टैक्सी लांच करेगी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी एयरपोर्ट पर आगामी 2028 या उससे पहले तक एयर टैक्सी का संचालन शुरू किया जा सकता है। इस क्षेत्र में तेजी से काम किया जा रहा है।

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2025 तक हुंडई करेगी लॉंच

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो हुंडई एक ऐसी कार का निर्माण कर रही है जिसमें एक साथ 5 से 6 लोग यात्रा कर सकें। हुंडई ने पहले ही 2025 तक इस प्रोजेक्ट में लगभग 1.5 बिलियन डॉलर का निवेश करने का वादा किया है। आपको बता दें कि हुंडई के पास एक डेडीकेटेड अर्बन मोबिलिटी डिवीजन है जिसका नेतृत्व नासा के पूर्व इंजीनियर जयवोन शिन द्वारा किया जा रहा है।

बिलकुल नया क्षेत्र काफी करना पड़ेगा काम

रॉयटर्स इवेंट में में जीएम के ग्लोबल इनोवेशन टीम के उपाध्यक्ष पामेला फ्लेचर ने कहा कि यह बिल्कुल नया क्षेत्र है इसमें हमें नियमों से लेकर तकनीक हर दिशा में काफी काम करना होगा। इस दिशा में हमें लंबा रास्ता तय करना है। साल 2030 इसके  लिए टर्निंग प्वाइंट साबित होगा। उन्होंने कहा कि कई अलग-अलग स्टार्टअप द्वारा इस तरह के फ्लाइंग कारो पर काम किया जा रहा है जो किसी हेलीकॉप्टर की तरह एक ही जगह से यात्रियों और कार्गो को लेकर उड़ान भर सके।

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