PNG And CNG Service In Bihar: बिहार वासियों के लिए अच्छी खबर है। दरअसल साल 2023 के साथ राज्य की तस्वीर काफी हद तक बदलने वाली है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले 6 महीनों में मधेपुरा के साथ-साथ कुछ जिलों में लोगो के रसोई गैस में सीएनजी और वाहनों में सीएनजी पहुंचना शुरू हो जाएगा। दरअसल इसके लिए इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। जानकारी के मुताबिक पहले चरण में सड़कों के किनारे दोनों पाइप लाइन को बिछाने का काम भी शुरू हो गया है। बता दे यह पाइप लाइन अंडरग्राउंड बिछाई जाएंगी, इसके लिए कई जिलों को भी चिन्हित कर लिया गया है।
कहां से जाएंगे पीएनजी-सीएनजी की पाइप लाइन
जानकारी के मुताबिक पीएनजी और सीएनजी पाइपलाइन के लिए मुख्य सड़कों के अलावा मोहल्ले में भी पाइप बिछाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है। इसके साथ ही उपभोक्ता कनेक्शन के लिए भी आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इनके घरों में पाइप से कनेक्शन भी दिया जा रहा है। इस कड़ी में बिहार की राजधानी पटना और बेगूसराय के बाद अब मधेपुरा में भी काम शुरू हो गया है और इसी के साथ मधेपुरा ऐसा तीसरा जिला बन गया है, जहां इस सुविधा की शुरुआत की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक मधेपुरा के साथ-साथ सहरसा में भी जून से सीएनजी की सुविधा शुरू हो जाएगी। मधेपुरा और सहरसा के बाद खगड़िया में भी जल्द से जल्द कनेक्शन शुरू कर दिया जाएगा और इसके साथ ही पीएनजी की सुविधा भी लोगों को मिलने लगेगी।
इन जगहों पर बन रहा गेल और आईओसीएल का स्टेशन
पीएनजी और सीएनजी की सुविधा लोगों तक पहुंचाने के लिए उदाकिशनगंज के नजदीक बीडी रणपाल में गेल और आईओसीएल का सिटी गेट स्टेशन बनाया जाएगा। बता दे गेल कंपनी आईओसीएल को सिर्फ गैस मुहैया कराएगी, जबकि सहरसा, मधेपुरा और खगड़िया जिले में पाइप बिछाने से लेकर लोगों के घर तक कनेक्शन पहुंचाने और उनके मेंटेनेंस का पूरा काम आईओसीएल का ही होगा।
जल्द लोगों के घर तक पहुंचेगी पीएनजी गैस
वहीं इस पूरे मामले को लेकर आईओसीएल के एसोसिएट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर का कहना है कि क्योंकि यह पूरा मामला गैस से जुड़ा है। इसलिए प्रॉपर तरीके से ऊपर से नीचे तक टेस्टिंग के बाद ही इसके काम को आगे बढ़ाया जाएगा। बता दें कि मधेपुरा स्थित आईओसीएल के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा साझा की गई। जानकारी के मुताबिक मधेपुरा में इस काम की शुरुआत साल 2020 में हुई थी। हालांकि कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण इसके काम में देरी हो रही है। अधिकारियों का कहना है कि पाइप लाइन बिछाने के साथ-साथ पीएनजी सुविधा के लिए आवेदन करने वाले लोगों के घर कनेक्शन देने का काम भी तेजी से चल रहा है।
200 करोड़ की लागत पर हो रहा काम
क्षेत्रीय अधिकारियों का कहना है कि पहले चरण में उदाकिशुनगंज के ओम फ्यूल्स, मधेपुरा के आशीष फ्यूल्स और सहरसा के डोली फ्यूल्स में सीएनजी स्टेशन खोलने का काम किया जा रहा है। इसके बाद यहां अप्लाई करने वालों को भी सीएनजी स्टेशन उपलब्ध कराने की योजना पर युद्ध स्तर पर काम चलेगा। जानकारी के मुताबिक मधेपुरा के बाद सहरसा और फिर खगड़िया में भी आईओसीएल इन दोनों सुविधाओं को शुरू कर देगी। क्षेत्रीय अधिकारियों ने इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 200 करोड़ रुपए बताई है।
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